प्रशासन शहरों के संग अभियान में सरकार का प्रदेश में 10 लाख पट्टे बांटने का टारगेट है। इसमें राजधानी जयपुर में ही करीब डेढ़ लाख पट्टे बांटने का लक्ष्य तय किया गया है। इसमें सबसे अधिक जेडीए को एक लाख पट्टे बांटने का टारगेट दिया गया, लेकिन जेडीए भी इस टारगेट में काफी पीछे रहा। जेडीए अभियान के दो चरणों में महज 30 फीसदी ही लक्ष्य तय नहीं कर पाया। सरकार की नाराजगी के बाद जेडीए प्रशासन पट्टे बांटने में सक्रिय हुआ। अब अभियान के तीसरे चरण में सिर्फ 10 दिन में ही जेडीए ने 5 हजार 500 पट्टे जारी कर दिए है। इनमें सबसे अधिक पट्टे जोन 11 में बांटे गए, इन दिनों में जेान 11 में 1400 पट्टे जारी कर दिए गए है।
टारगेट अभी दूर
जेडीए का अभियान के दौरान करीब एक लाख पट्टे बांटने का टारगेट दिया गया। जेडीए ने अभियान के तहत अभी तक सिर्फ 49 लाख पट्टे बांटे है। ऐसे में अभी टारगेट काफी दूर है।
जेडीए का अभियान के दौरान करीब एक लाख पट्टे बांटने का टारगेट दिया गया। जेडीए ने अभियान के तहत अभी तक सिर्फ 49 लाख पट्टे बांटे है। ऐसे में अभी टारगेट काफी दूर है।
एक दिन में पट्टे देने का दावा
जेडीसी रवि जैन ने बताया कि अधिक से अधिक पट्टे जारी करने के लिए जेडीए की ओर से नियमित रूप से कैम्प आयोजित किए जा रहे है। इन कैम्प में आमजन को ज्यादा से ज्यादा पट्टे जारी किये जा रहे है। प्रशासन शहरों के संग अभियान के तीसरे चरण में जेडीए की ओर से दस दिन में 5500 पट्टे जारी किये गए है। शिविरों में पट्टे लेने आने वाले भूखण्डधारियों को एक ही दिवस में पट्टे जारी किये जा रहे हैं।
जेडीसी रवि जैन ने बताया कि अधिक से अधिक पट्टे जारी करने के लिए जेडीए की ओर से नियमित रूप से कैम्प आयोजित किए जा रहे है। इन कैम्प में आमजन को ज्यादा से ज्यादा पट्टे जारी किये जा रहे है। प्रशासन शहरों के संग अभियान के तीसरे चरण में जेडीए की ओर से दस दिन में 5500 पट्टे जारी किये गए है। शिविरों में पट्टे लेने आने वाले भूखण्डधारियों को एक ही दिवस में पट्टे जारी किये जा रहे हैं।
ये भी हो रहे काम
जेडीसी ने बताया कि प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत एक ही छत के नीचे सभी कार्यों का निष्पादन किया जा रहा है। अभियान के तहत भूखण्ड का पट्टा जारी किए जाने के साथ भवन निर्माण स्वीकृति सहित विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं।
जेडीसी ने बताया कि प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत एक ही छत के नीचे सभी कार्यों का निष्पादन किया जा रहा है। अभियान के तहत भूखण्ड का पट्टा जारी किए जाने के साथ भवन निर्माण स्वीकृति सहित विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं।