‘संस्कृति में रची-बसी रचनाओं को पियॉनो में पिरोया’ प्रोग्राम की शुरुआत में ब्राजील के ब्लूज कलाकार बियांका गिजमोती ट्रायो ने अपने साथी कलाकारों के साथ मिलकर ब्राजील की संस्कृति में रची-बसी रचनाओं को पियॉनो में पिरोया। उन्होंने अपनी प्रस्तुति में पियॉनो पर तेज रफ्तार के साथ अंगुलियां चलाकर संगीतप्रेमियों को अपना बना लिया। करीब पौन घंटे की प्रस्तुति में उन्होंने अगुआ डे बीबर, ड्रिंकिंग वाटर, ओ सोनहो, द ड्रीम, सोनहोस डे नैसिमेंटो, ड्रीम्स ऑफ बर्थ सहित कई जैज प्रस्तुतियां दीं। इस प्रस्तुति में ड्रम्स पर जूलियो फलाविग्ना और बास पर पाओलो एंड्रिओलो ने साथ दिया। फेस्टिवल के दौरान लगभग 15 फीट के मंच पर सतरंगी रोशनी और कृत्रिम धुएं के बीच कलाकारों ने अपनी असरदार प्रस्तुतियों से जैज म्यूजिक का एेसा समां बांधा कि श्रोता भाव-विभोर हो गए।
निकिता गांधी के जैज नंबर्स पर झूमे श्रोता फेस्टिवल की दूसरी कड़ी में कनाड़ा के अफो क्यूबन रूट्स व जैज बैंड ओकन ने अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं में जोश भर दिया। उन्होंने अमानसेर डॉन, मैस उम वन मोर और सिलुएटस सिल्हूट जैसी रचनाएं पेश कीं। बैंड में पियानो पर जेरेमी लेडबेटर, बास पर रॉबर्टो रिवरन और ड्रम पर शॉन क्राउडर शामिल रहे। इसके बाद यूएसए के इलेक्ट्रोजैज बैंड सनगेजर्स की ओर से रोमांचक इंस्ट्रूमेंटल जैज की प्रस्तुति दी गई। बैंड में बास पर एडम नीली, ड्रम्स पर शॉन क्राउडर व जोश बेली, सेक्सोफोन पर जारेड यी और कीबोर्ड पर क्रिश्चियन ली शामिल रही। फेस्टिवल के पहले दिन की अंतिम प्रस्तुति के लिए जैसे ही बॉलीवुड गायिका निकिता गांधी ने मंच संभाला तो श्रोता जैज नंबर्स पर ताल से ताल मिलाने लगे। इस बीच निकिता ने कई दिलचस्प जैज नंबर्स पेशकर श्रोताओं को रोमांचित कर दिया। तीन दिवसीय जयपुर जैज एंड ब्लूज फेस्टिवल के दूसरे दिन शनिवार को जोआओ बिटनकोर्ट, ध्रुव विश्वनाथ, शुभ सरन आदि कलाकार अपना कार्यक्रम पेश करेंगे।
यादगार रहा पहला अनुभव ब्राजील की कलाकार बियांका गिजमोंती ट्रियो ने बताया कि जयपुर में यह उनकी पहली प्रस्तुति रही। जिसमें उन्हें श्रोताओं से रू-ब-रू होने का मौका मिला। हालांकि उनका कहना था कि जयपुर में इससे पहले भी आना हुआ है, लेकिन म्यूजिक शो का अनुभव यादगार रहा। बियांका के मुताबिक, जयपुर के श्रोता कला के कद्रदान है।