भाजपा के वर्तमान बोर्ड की यह चौथी बैठक है। इसके लिए आयुक्त ने सभी उपायुक्तों से 10 मई तक प्रस्ताव मांगे है। इसके बाद एजेंडा जारी करके सभी पार्षदों और बोर्ड से जुड़े दूसरे सदस्यों (विधायकों और सांसदों) को बैठक के लिए सूचित किया जाएगा। आपको बता दें कि नगरपालिका एक्ट में हर 60 दिन के भीतर बैठक बुलाने का प्रावधान है। मगर अभी तक ग्रेटर नगर निगम गठन के बाद केवल तीन ही बैठक बुला पाया है। इससे पहले पिछले साल 22 मई को बैठक हुई थी, तब केवल तीन प्रस्तावों पर ही चर्चा हो पाई थी। इस बार संभावना है कि एक दर्जन से ज्यादा प्रस्ताव एजेंडे में शामिल किए जाएंगे।
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दो साल से बजट बैठक नहीं
नगर निगम ग्रेटर में पिछले दो साल से बोर्ड बैठक नहीं हो पाई है। हर साल विधानसभा और लोकसभा सत्र होने की वजह से विधायक और सांसदों से अनुमति नहीं मिलती है, जिसकी वजह से बजट सीधे सरकार को मंजूरी के लिए भेजा जा रहा है। इस बोर्ड में पहली बार विपक्ष भी अपने नेता प्रतिपक्ष राजीव चौधरी के साथ बैठक में हिस्सा लेगा।
हैरिटेज में अब भी बैठक का इंतजार
नगर निगम हैरिटेज की बात की जाए तो वहां आज तक बैठक का इंतजार है। बोर्ड के गठन के बाद अब तक वहां केवल एक बैठक हो पाई है। संचालन समितियों का गठन भी हैरिटेज में नहीं हो पाया है, ऐसे में महापौर मुनेश गुर्जर को डर है कि बैठक बुलाई गई तो उन्हें अपनी ही पार्टी के पार्षदों के विरोध का सामना करना पड़ेगा।