इस पूरे वाकये के दौरान पर वह पुलिस की नौकरी से भी निलंबित हो गया, लेकिन बच्चे को नहीं छोड़ा। पुलिस जब उसका पीछा कर रही थी तो वह वृंदावन में कुटिया बनाकर साधु के रूप में रह रहा था। बच्चे की इतनी चिंता कि जब तक वह सो नहीं जाए, तब तक सोता नहीं था। उसके खाने-पीने से लेकर हर चीज की फ्रिक करता था।
यही वजह थी कि जयपुर में जब पुलिसकर्मियों ने बच्चे को उसकी गोद से लिया था, वह फूट-फूटकर रोने लगा। बच्चा भी उससे लिपट गया और उसी के पास जाने की जिद करने लगा। जैसे-तैसे पुलिस ने बच्चे को उससे छुड़वाकर बाहर खड़ी मां को सौंपा।
बच्चे को गोद में लेकर खेतों में भागा
करीब डेढ़ साल पहले पृथ्वी उर्फ कुक्कू को अगवा करने वाले तनुज चाहर ने बच्चे को अपने जीवन का हिस्सा बना लिया था। पुलिस को पता लगा कि वह वृंदावन में साधु बनकर रह रहा तो वह उसकी कुटिया तक पहुंच गई। पुलिस को देखकर तनुज बच्चे को गोद में लेकर भागने लगा। खेतों में भागने के दौरान उसने खुद को बचाना उचित नहीं समझा। पूरे समय बच्चे को अपनी बांहों में लिए भागता रहा कि उसके चोट न लग जाए। बच्चे को लेकर आठ किलोमीटर दौड़ लगाने के बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। यह भी पढ़ें
रिचार्ज करवाने आई युवती से ई-मित्र संचालक ने की छेड़छाड़, फिर 5-6 लड़कियों ने मिलकर किया कुछ ऐसा
आरोपी और बच्चा दोनों रोने लगे
पुलिस बच्चे को जब आरोपी से ले रही थी तो बच्चा चिल्ला-चिल्ला कर आरोपी से लिपटकर रोए जा रहा था। बच्चे को रोता हुआ देख आरोपी भी रोने लगा। वह पुलिसकर्मियों से कह रहा था कि यह बच्चा उसका ही है कोई तो उसे समझे। पुलिसकर्मी बच्चे को लेकर बाहर खड़ी मां के पास पहुंचे और उसे बच्चे को सौंपा तो बच्चा मां के पास जाने को तैयार नहीं था। यह भी पढ़ें