जितेन्द्र को पता था घटनाक्रम, फिर भी की मदद: राजकुमार और उमा को कार से टक्कर मारने के बाद मंगेश अरोड़ा ने अपने दोस्त जितेन्द्र सिंह से मदद ली थी। मंगेश ने जितेन्द्र को बता दिया था कि वह झगड़े के बाद राजकुमार और उमा को कार से टक्कर मारकर आया है। इसके बाद जितेन्द्र ही मंगेश को अजमेर ले गया था। पुलिस अब मंगेश को भागने में मदद करने के आरोप में जितेन्द्र को गिरफ्तार कर सकती है।
मंगेश की प्रेमिका की तलाश: होटल व उसके बाहर जब दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था, तब मंगेश की गर्लफ्रेंड उसके साथ थी। इस झगड़े को भडक़ाने में उसकी कितनी भूमिका थी, इसकी भी पुलिस जांच कर रही है। हालांकि टक्कर मारने के बाद मंगेश ने उसे मालवीय नगर स्थित नंदपुरी अंडरपास के पास छोड़ दिया था। पुलिस अब उसके आबू स्थित घर पर टीम भेजेगी।
मंगेश ने भी चलाया था एक महीने क्लब: मंगेश ने भी एक महीने क्लब चलाया था। लेकिन इस काम में सफलता नहीं मिली तो उसने बंद कर दिया। क्लब चलाने के दौरान ही मंगेश की राजकुमार से मुलाकात हुई थी।