10 इंच का नलकूप खोदा जाएगा
जल भराव क्षेत्र में 10 इंच का नलकूप खोदा जाएगा और इसमें 6 इंच का केसिंग पाइप डाला जाएगा और इस पाइप के चारों और रोड़ी और ग्रेवल भरी जाएगी। इसके ऊपर एक चैम्बर का निर्माण किया जाएगा जिससे कचरा अंदर नहीं जाए। बरसात के समय भराव क्षेत्र में आने वाला पानी इस चैम्बर के माध्यम से पाइप के चारों और भरी रोडी व ग्रेवल के जरिये फिल्टर होकर पाइप में किए छिद्रों से ज़मीन में जाएगा। यह भी पढ़ें
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इससे ग्राउंड वॉटर रिचार्ज होगा और नलकूप के जरिये यह पानी खींचा जाएगा। बारिश का पानी सीधे पाइप के ऊपर से भूजल में नहीं मिले इसके लिए पाइप को जमीन से करीब दो फीट ऊपर रखा गया है।कुछ मिनट में ही होगा पानी जमीन में
विद्याधर नगर में बारिश के दौरान अति जल भराव के 5 क्षेत्र चिन्हित कर लिए गए हैं। जैसे ही बारिश होगी और चिन्हित जगहों पर पानी भरेगा तो यह कुछ ही मिनट में रेन वाटर हार्वेस्टिंग नलकूप के पाइप से सीधे जमीन में जाएगा। पानी जमीन में जाने के बाद रास्ता पूरा खुला नजर आएगा और लोगों को आने-जाने में परेशानी नहीं होगी।सूरत की तर्ज पर विद्याधर नगर में पांच रेन वाटर हाॅर्वेस्टिंग नलकूप
यह पायलट प्रोजेक्ट है। वर्षा जल संरक्षण के साथ जल भराव जैसी समस्या के समाधान की दिशा में अहम तैयारी है। सूरत की तर्ज पर विद्याधर नगर में पांच रेन वाटर हाॅर्वेस्टिंग नलकूप खोदे जाएंगे। प्रोजेक्ट सफल होने पर पूरे शहर में इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाएगा।–दिया कुमारी, उपमुख्यमंत्री