जयपुर

जयपुर में पटाखों के कारण 8 बच्चों ने खोई एक आंख, एक के जीवन में छाया अंधेरा

Jaipur News: दिवाली पर होने वाले हादसों में सबसे ज्यादा बच्चे शिकार हुए हैं। पटाखे चलाते समय झुलसे या आंख में चोट लगने पर इन बच्चों को गंभीर हालत में परिजन सवाई मानसिंह अस्पताल लेकर पहुंचे थे।

जयपुरNov 03, 2024 / 11:36 am

Alfiya Khan

file photo

जयपुर। इस बार दिवाली कई लोगों को जीवनभर का दर्द दे गई। किसी की आंख की रोशनी कम हो गई तो, किसी की जिंदगी में अंधेरा छा गया। दिवाली पर होने वाले हादसों में सबसे ज्यादा बच्चे शिकार हुए हैं। पटाखे चलाते समय झुलसे या आंख में चोट लगने पर इन बच्चों को गंभीर हालत में परिजन सवाई मानसिंह अस्पताल लेकर पहुंचे थे।

चार दिन में 300 पहुंचे

चिकित्सकों के अनुसार एसएमएस अस्पताल की इमरजेंसी, चरक भवन व ट्रोमा सेंटर में पटाखों से झुलसकर चार दिन में 300 से ज्यादा लोग पहुंचे थे। उनमें से कई मरीजों की आंख में बारूद जाने से दिखना बंद हो गया था। इनमें सर्वाधिक बच्चे शामिल हैं।
यह भी पढ़ें

दिवाली पर मंदिर से घर लौट रही महिला की मौत, बाइक ने मारी टक्कर; पुलिस ने दर्ज किया केस

ज्यादातर मरीजों की आंख के पास चिंगारी या पटाखे का टुकड़ा लगने से आंख चोटिल हो गई। कुछ बच्चों की आंख से खून आने से भी परेशानी बढ़ गई। कई मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। इसके अलावा गंभीर रूप से घायल 9 बच्चे की सर्जरी करनी पड़ी थी। इनमें 8 बच्चों की एक-एक आंख की रोशनी चली गई जबकि एक बच्चे की दोनों आंख की रोशनी चली गई।

इधर, 50 मरीज पहुंचे

बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग में भी 50 से ज्यादा लोग पटाखों से झुलसकर पहुंचे। इसमें ज्यादातर को ड्रेसिंग के बाद घर भेज दिया गया। इन मरीजों के चेहरे, हाथ, पैर व अन्य अंग पटाखों से झुलस गए थे। एक मरीज को गंभीर हालत में भर्ती किया गया है।
यह भी पढ़ें

जैसलमेर में पटाखे से कबाड़ी की दुकान में लगी भीषण आग, ऊंची-ऊंची लपटें देख सहम उठे लोग; मचा हड़कंप

Hindi News / Jaipur / जयपुर में पटाखों के कारण 8 बच्चों ने खोई एक आंख, एक के जीवन में छाया अंधेरा

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.