बाजार में इलेक्ट्रिक पटाखा लाइट भी आई है, जिसे प्लग में लगाकर रिमोट से चालू करते ही पटाखों की आवाज आती है। वाटरप्रूफ लाइट्स की डिमांड भी अधिक है, खासकर घर के बाहर लगाने के लिए, ताकि बारिश या पानी से लाइट्स खराब न हों। इसके अलावा, पानी वाले दीये और फैंसी लाइट्स, जैसे झरना लाइट, दीया लड़ी और मल्टीकलर लड़ी की भी अधिक बिक्री हो रही है।
इंदिरा बाजार और संजय बाजार से एलईडी लाइट्स की खपत प्रदेशभर में हो रही है। व्यापारियों को ऑनलाइन ऑर्डर भी मिल रहे हैं, और शहर के साथ प्रदेशभर से ग्राहक यहां दुकानों पर आ रहे हैं। व्यापारी सुबह से रात 2 बजे तक काम में जुटे हुए हैं।
– 200 करोड़ का कारोबार राजधानी जयपुर में डेकोरेटिव लाइट्स का
– 1,000 करोड़ से अधिक का कारोबार राजस्थान में
– 150 से 1,500 रुपए तक स्मार्ट लाइट्स
– 25 से 400 रुपए तक फैंसी लाइट्स
इस बार स्मार्ट और वाटरप्रूफ लाइट्स अधिक बिक रही हैं। डिजिटल लाइट्स भी पसंद की जा रही हैं, जिनमें लगे स्कैनर को मोबाइल से स्कैन कर आरती और म्यूजिक सेट किया जा सकता है। राजधानी में डेकोरेटिव लाइट्स का कारोबार करीब 200 करोड़ रुपए का है।
– मनीष गुलाटी (काकू), अध्यक्ष, जयपुर बिजली व्यापार संघ