जयपुर जिला कलक्टर ने बंद करवाए खुले बोरवेल
जयपुर जिला कलक्टर जितेन्द्र सोनी ने बताया कि जयपुर तहसील में 4 बोरवेल, आमेर तहसील में 15, कालवाड़ तहसील में 2 , तूंगा तहसील में 50, जमवारामगढ़ तहसील में 6, माधोराजपुरा तहसील में 7, बस्सी तहसील में 17, चाकसू तहसील में 32, आंधी तहसील में 15, किशनगढ़-रेनवाल तहसील में 2, कोटखावदा तहसील में 5, सांभर तहसील में 31, जोबनेर तहसील में 10, रामपुरा डाबड़ी तहसील में 7, सांगानेर तहसील में 12, शाहपुरा तहसील में 20, चौमूं तहसील में 20, जालसू तहसील में 10, दूदू तहसील में 27, फागी तहसील में 14 और मौजमाबाद तहसील में 22 खुले बोरवेल बंद करवाए गए।रेलवे अलर्ट, 1 जनवरी से लागू होगा ट्रेनों का नया टाइम टेबल, 35 ट्रेनों के संचालन का बदलेगा समय
राजस्थान में बीते 8 माह में खुले बोरवेल में गिरने की छठी घटना
10 दिसंबर : दौसा जिले के कालीखाड़ गांव में 56 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आर्यन को बोरवेल से निकाला गया, लेकिन अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया था।20 नवंबर : बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी में चार साल का मासूम खेलते खेलते बोरवेल में गिर गया। 6 घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे को बाहर निकाला गया, पर तब तक बच्चे ने दम तोड़ दिया था।
25 अक्टूबर : दौसा जिले के लालसोट क्षेत्र के टोडा ठेकला गांव में बोरवेल पर काम करते समय मिट्टी ढहने से एक किसान की मौत हो गई थी।
18 सितंबर : दौसा जिले के बांदीकुई में गुढ़ा रोड स्थित गांव जोधपुरिया में करीब ढाई साल की मासूम बालिका गहरे बोरवेल में गिरी। बच्ची को बचा लिया गया था।
28 अगस्त : दौसा जिले के रामगढ़ पचवारा क्षेत्र के राणौली गांव में मिट्टी ढहने से बोरवेल में किसान गिरा। हुई मौत।
25 मई : अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के कनवाडा गांव में 5 साल का बच्चा बोरवेल में गिरा, सकुशल बचाया गया।