जयपुर। कोरोना (COVID 19) के चलते लगे लॉकडाउन (Lockdown) में लाखों लोगों को बिजली बिल में राहत (Electricity bill relief) मिल सकती है। सरकार बिजली बिल में स्थाई शुल्क व विलंब शुल्क में राहत दे सकती है। इसकी कवायद शुरू हो चुकी है। जयपुर डिस्कॉम (Jaipur Discom) के अधिकारियों की मानें तो आधा अप्रेल और मई माह में व्यापारिक प्रतिष्ठान और दुकानें बंद रही है। इसे लेकर व्यापारी बिजली बिलों में राहत की मांग कर रहे है। ऐसे में लोगों को कुछ राहत मिल सकती है।
राजस्थान में लॉकडाउन के चलते लाखोंं लोगोंं का कामधंधा ठप राह। लोग घरों में रहकर कोरोना की चैन तोड़ने में सरकार का सहयोग कर रहे हैं। ऐसे में घरेलू बिजली का उपभोग लगातार बढ़ता जा रहा है। अब लोग बिजली बिल को लेकर चिंतित है। लोगों को कहना है कि जब रोजी-रोटी का जुगाड़ नहीं है तो बिजली का बिल कैसे चुकाया जाएगा। वहीं दुकानें और बाजार बंद होने से व्यापारी भी आर्थिक नुकसान होने का तर्क दे रहे है। इसे लेकर व्यापारी अप्रेल व मई माह का बिजली बिल माफ करने को लेकर सरकार से कई बार गुहार लगा चुके है। वाणिज्यिक संस्थानों से जुड़े उपभोक्ताओं की लगातार मांग बनी हुई है कि सरकार को स्थायी शुल्क और विलम्ब शुल्क माफ करना चाहिए। ऐसे में सूत्रों का कहना है कि सरकार लॉकडाउन को देखते हुए लोगों को राहत देने के लिए बिजली के बिल जमा कराने की मियाद बढ़ाते हुए स्थायी शुल्क और विलंब शुल्क में राहत दे सकती है।
परिवहन मंत्री से मिले व्यापारी
जयपुर जयपुर व्यापार महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरीयावास से उनके निवास स्थान पर मिला। व्यापारियों ने अप्रेल व मई माह के बिजली के बिल में राहत देने और व्यापारियों को राहत पैकेज दिलाने की मांग उठाई। हालांकि परिवहन मंत्री ने व्यापारियों की बात को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। जयपुर व्यापार महासंघ के महामंत्री सुरेन्द्र बज ने बताया कि लॉकडाउन से व्यापारियों को काफी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारियों पर इस समय बैंकों की किस्तें, दुकानों का किराया, कर्मचारियों की तनख्वाह का बोध पड़ रहा है। ऐसे में बिजली के बिल में राहत मिलनी चाहिए।
जयपुर जयपुर व्यापार महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरीयावास से उनके निवास स्थान पर मिला। व्यापारियों ने अप्रेल व मई माह के बिजली के बिल में राहत देने और व्यापारियों को राहत पैकेज दिलाने की मांग उठाई। हालांकि परिवहन मंत्री ने व्यापारियों की बात को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। जयपुर व्यापार महासंघ के महामंत्री सुरेन्द्र बज ने बताया कि लॉकडाउन से व्यापारियों को काफी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारियों पर इस समय बैंकों की किस्तें, दुकानों का किराया, कर्मचारियों की तनख्वाह का बोध पड़ रहा है। ऐसे में बिजली के बिल में राहत मिलनी चाहिए।
एक जून से बाजार खोलने की छूट की मांग
व्यापारियों ने एक जून से बाजार खोलने की छूट देने की मांग भी उठाईं। जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने बताया कि कोराना महामारी के संक्रमण कम हुआ है। अब एक जून से बाजार शाम 5 बजे तक खोलने की छूट मिलनी चाहिए।
व्यापारियों ने एक जून से बाजार खोलने की छूट देने की मांग भी उठाईं। जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने बताया कि कोराना महामारी के संक्रमण कम हुआ है। अब एक जून से बाजार शाम 5 बजे तक खोलने की छूट मिलनी चाहिए।