मृृतक के भाई इंद्रा वर्मा कॉलोनी निवासी प्रदीप शर्मा ने दी रिपोर्ट में बताया वे अपने भाई राजू शर्मा की शादी के लिए लड़की ढूंढ़ रहे थे। इस दौरान परिचित दौसा निवासी मोहन लाल शर्मा और उसका बेटा रवि शर्मा ने उनकी मुलाकात सिरसा हरियाणा, निवासी सूरज शर्मा व संगीता देवी से करवाई। उन्होंने शादी के लिए उनकी बेटी गीता दिखाई। शादी के लिए पांंच लाख रुपए और सारा खर्च वर पक्ष को ही वहन करना था।
तय समय पर शादी के दिन दूसरी लडकी ज्योति भेज दी गई। दूल्हे राजू को बताया गया कि गीता ने शादी करने के लिए मना कर दिया है। लोक लाज का भय आरोपियों ने दिखाकर राजू की शादी ज्योति नाम की युवती से करवा दी। शादी के एक महीने बाद ज्योति घर से जेवर और नकदी लकर फरार हो गई।
इस संबंध में राजू ने शादी तय करवाने वालों से संपर्क किया तो उन्होंने पल्ला झाड़ लिया। अंंत में परेशान होकर राजू ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।