बता दें कि महेश नगर थाना क्षेत्र स्थित एक कोचिंग संस्थान में रविवार शाम कक्षा के दौरान अचानक 10 छात्र-छात्राएं बेहोश हो गए थे। इसके बाद 5 छात्राओं को एसएमएस अस्पताल ले जाया गया। यहां इलाज के बाद आज उन्हें छुट्टी दे दी, जबकि दो कोचिंग छात्र का निजी अस्पताल में उपचार जारी है।
निर्मल चौधरी ने प्रशासन को दी चेतावनी
इधर, पुलिस से झड़प के बाद राजस्थान यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी सहित कई छात्र नेता समर्थकों के साथ रातभर से धरने पर बैठे हुए है। धरने पर बैठे निर्मल चौधरी ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि हम शांति से इसीलिए बैठे हैं, ताकि आप होश में आ जाओ। लेकिन, हमें ऐसी स्थिति नहीं लग रही है। हम सड़क पर आएंगे तब आप समझोगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वे तब तक परिसर नहीं छोड़ेंगे जब तक संस्थान को सील नहीं कर दिया जाता।जांच के लिए कमेटी गठित
ग्रेटर निगम महापौर सौम्या गुर्जर के निर्देश पर आयुक्त ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है। मानसरोवर जोन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और महापौर ने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। महापौर ने यह भी कहा कि बच्चों की सुरक्षा निगम की प्राथमिकता है। यह भी पढ़ें
कोचिंग सेंटर में गैस लीक पर राजस्थान में गरमाई सियासत, पायलट-बेनीवाल ने सरकार से कर डाली ये मांग
ग्रेटर निगम उपायुक्त लक्ष्मीकांत कटारा ने कहा कि रात में कोचिंग संस्थान का ताला बंद मिला। सीवरेज और स्वास्थ्य शाखा की टीम ने बिल्डिंग के चारों ओर निरीक्षण किया। शुरुआती जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया है। आज कोचिंग के अंदर से टीम जांच करेगी। पुलिस के अनुसार, कक्षा संचालित हो रही थी, तब अचानक छात्रों को एक अजीब सी गंध आई, जिसके बाद उनकी खांसी शुरू हो गई। हालांकि, सच्चाई क्या है इसकी जांच आज निगम की कमेटी करेगी।500 छात्र-छात्राएं कर रहे थे पढ़ाई
बताया जा रहा है कि उत्कर्ष कोचिंग की जिस कक्षा में हादसा हुआ, वहां उस समय 500 छात्र-छात्राएं एक साथ पढ़ाई कर रहे थे। ये रीट की तैयारी कर रहे थे।यह भी पढ़ें