चालक ने एंबुलेंस निकालने की कोशिश की लेकिन वह विफल रहा। बताया जा रहा है कि जवाहर सर्कल के आस-पास कई हॉस्पिटल हैं और आए दिन वीआइपी मूवमेंट की वजह से मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
ये कैसा ‘डबल इंजन’? मोदी सरकार के इस बड़े प्रोजेक्ट पर दो महकमों के बीच हो रही खींचतन
पुलिसकर्मी वीआइपी मूवमेंट को निकालने के लिए रास्ता रोक देते हैं जिससे 15 से 20 मिनट तक जाम जैसी स्थिति बन जाती है। ऐसे में अगर कोई एंबुलेंस फंस जाए तो उसमें जा रहे मरीज की जान पर बन आती है। गौरतलब है कि लोगों की परेशानी देखते हुए राजस्थान पत्रिका ने वो गुजरें तो हम चलें…नेताओं का काफिला आ रहा आड़े….लंबा इंतजार, लोग हो रहे बेजार शीर्षक से समाचार भी छापा था। लेकिन अभी भी इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है।