राजधानी में ई-रिक्शा संचालन के लिए 10 जोन बनाए गए हैं। इसके अलावा अयोध्या और वृंदावन की तर्ज पर ई-रिक्शा का संचालन करने की तैयारी की जा रही है। आरटीओ प्रथम ने इसकी रूपरेखा तय कर ली है। इसके अलावा नगर निगम ग्रेटर और हैरिटेज के क्षेत्र में ई-रिक्शा के जोन बांटे गए हैं। ग्रेटर को जी और हैरिटेज को एच जोन का नाम दिया गया है।
स्कैन करते ही पता चलेगी चालक की जानकारी
अयोध्या और वृंदावन की तर्ज पर शहर में ई-रिक्शा को जोनवार बांटने के अलावा बार कोडिंग करवाई जाएगी। ई-रिक्शा चालकों की पूरी जानकारी पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। यातायात पुलिस जैसे ही बारकोड को स्कैन करेगी, चालक का नाम, पता और वाहन की डिटेल मोबाइल पर आ जाएगी। इससे किराए पर चलने वाले ई-रिक्शा पर लगाम लग जाएगी। तय संख्या में ही ई-रिक्शा चलेंगे। शहर में ई-रिक्शा से जाम के हालात नहीं होंगे।ई-रिक्शा के लिए बनेंगे 80 पार्किंग स्थल
शहर में ई-रिक्शा के लिए 80 स्थानों पर पार्किंग की जगह तय की जा रही है। नगर-निगम हैरिटेज की ओर से यह सूची आरटीओ को सौंप दी गई है। आरटीओ और पुलिस ई-रिक्शा पार्किंग के लिए चिन्हित स्थानों की रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपेंगे। इस संबंध में डीटीओ प्रवर्तन (परिवहन विभाग), डीसीपी (ट्रैफिक) और नगर निगम हैरिटेज उपायुक्त (राजस्व) की एक कमेटी का गठन किया गया है।इन जोन में संचालन का हुआ निर्णय
ग्रेटर निगम
जोन … संख्या … रंगविद्याधर नगर (जी1) … 4500 … हल्का नीला
झोटवाड़ा (जी2) … 2500 … लाल
सांगानेर (जी3) … 3500 … नारंगी
मानसरोवर (जी4) … 3000 … पीला
जगतपुरा (जी5) … 2500 … भूरा
मालवीय नगर (जी6) 3500 … हरा
हैरिटेज निगम
हवामहल (एच1) … 3000 … ग्रेसिविल लाइन (एच2) … 3500 … मेहरुन
किशनपोल (एच3) … 4000 … गुलाबी
आदर्शनगर (एच4) … 3000 … रॉयल ब्लू जयपुर मेट्रो … व्हाइट