जयपुर को जल्द ही गांधी दर्शन म्यूजियम की सौगात मिलेगी। इसे लेकर जेडीए ने पूरी तैयारी कर ली है। सेंट्रल पार्क में बनकर तैयार हो रहे इस म्यूजियम का करीब आधा काम हो गया है। जेडीए अफसरों की माने तो इसी साल मई में गांधी दर्शन म्यूजियम बनकर तैयार हो जाएगा।
गांधी दर्शन म्यूजियम का निर्माण पांच चरणों में किया जा रहा है। लगभग 14 हजार 500 वर्गमीटर क्षेत्र में इसे तैयार किया जा रहा है। जेडीए अफसरों का कहना है कि म्यूजियम का करीब 50 से 60 फीसदी काम हो चुका है। स्ट्रेक्चर करीब 90 फीसदी बनकर तैयार है। म्यूजियम की स्क्रीप्ट बन रही है, रिकॉर्डिंग का काम मुम्बई व पुणे में हो रहा है।म्यूजियम में विरासत वाले भाग को भूतल के ऊपर प्रस्तावित किया गया है। अतीत के आंदोलन, घटना आदि को भूमिगत तल पर रखा जाएगा।
यूं पांच चरणों में हो रहा काम
फेज 1 – संरचना संबंधी कार्यों को करवाया गया है।
फेज 2 – भवन के इंटीरियर वर्क्स (सिविल, इलेक्ट्रिकल, एचवीएसी, अग्निशमन, फर्निशिंग आदि) का कार्य करवाया जा रहा है।
फेज 3 – डिजिटल और नई आयु तकनीक से संबंधित कार्यों को ईपीसी के आधार पर कार्य करवाया जा रहा है।
फेज 4 – बाहरी विकास और अन्य शेष कार्य करवाये जा रहे है।
फेज 5 – म्यूजियम की विभिन्न फ्लोर्स पर स्लोपिंग रूफ का निर्माण भी करवाया जा रहा है।
गांधी जी के जीवन, दर्शन एवं मूल्यों का होगा अनुभव
म्यूजियम में मुख्य रूप से गांधी जी की विरासत एवं स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य आंदोलनों को आभासी तौर पर पुनर्जीवित किया जावेगा, जिससे की दर्शक विशेषकर देश की युवा पीढ़ी स्वतंत्रता संग्राम की मुख्य घटनाओं एवं गांधी जी के जीवन, दर्शन एवं मूल्यों का अनुभव कर सके, उन्हें आत्मसात कर सके। गांधी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष से युवाओं में जुडाव पैदा करना भी इस प्रोजेक्ट का एक उददेश्य है।
इन आंदालनों की मिलेगी जानकारी
गांधी दर्शन म्यूजियम में गांधीजी की विरासत से संबंधित वस्तुओं का प्रत्यक्ष प्रदर्शन किया जाएगा एवं गांधी जी के जीवन से जुडे मुख्य आंदोलनों को नई तकनीक के जरिये दर्शाया जाएगा। इनमें दक्षिणी अफ्रीका में सत्याग्रह प्रयोग, चपांरन आंदोलन, खिलाफत आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन सहित अन्य आंदोलनों को दर्शाया जाएगा।
यह भी पढ़े : सिटी पार्क को नैसर्गिक लुक देने के लिए अब हो रहा ये बड़ा काम
एक नजर गांधी दर्शन म्यूजियम
– 2 अक्टूबर .2021 को सीएम ने किया शिलान्यास
– 100 करोड रुपए खर्च होंगे म्यूजियम निर्माण में
– 14500 वर्गमीटर क्षेत्र में तैयार किया जा रहा म्यूजियम