जयपुर

त्रिपोलिया की पहचान पर संकट, सूखने लगे हैं 150 साल पुराने अशोक के पेड़

बाजार की पहचान है ये अशोक के पेड़

जयपुरNov 10, 2024 / 12:00 pm

Girraj Sharma

जयपुर। परकोटे के बाजारों में बरामदों व हैरिटेज इमारतों के साथ पेड़ भी पहचान है। खासकर त्रिपोलिया बाजार में 150 साल पुराने अशोक के पेड़ बाजार के हैरिटेज लुक का बढ़ा रहे हैं, लेकिन अब इन्हें संरक्षण की दरकार है। व्यापारी भी इन पेड़ों को संरक्षित करने की मांग उठाने लगे हैं।
जयपुर बसावट के बाद करीब 150 साल पहले त्रिपोलिया बाजार में एक साथ अशोक के कई पेड़ लगाए गए। कभी इस बाजार में 60 से अधिक अशोक के पेड़ थे, लेकिन देखरेख के अभाव में ये पेड़ कम होते जा रहे हैं। अभी बाजार में 40 पेड़ बचे हुए हैं, जो 25 से 30 फीट लंबे हैं। लेकिन उनमें भी कई पेड़ संरक्षण के अभाव में अंतिम सांस ले रहे हैं। कई पेड़ों के तने खोखले होते जा रहे हैं। कुछ पेड़ों की टहनियां सूख गई है। धीरे-धीरे बाजार से पेड़ कम होते जा रहे है। जानकारों की मानें तो पूर्व महाराजा रामसिंह के समय त्रिपोलिया बाजार सहित अन्य बाजारों में पेड़ लगाए गए थे।
इन बाजारों में भी है पेड़
परकोटे के किशनपोल बाजार, चौड़ा रास्ता, गणगौरी बाजार व चांदपोल बाजार सहित कई बाजारों में पेडऋ है, लेकिन इन बाजारों में अलग-अलग किस्म में पेड़ है।

निगम इन्हें संरक्षित घोषित करें
बाजार में 60 अशोक के पेड़ हुआ करते थे। भूमिगत मेट्रो के काम के दौरान छोटी चौपड़ और बड़ी चौपड़ के पास से 10 अशोक के पेड़ हटा दिए, जो आज तक नहीं लगाए हैं। करीब 10 पेड़ सूख गए हैं। नगर निगम इन्हें संरक्षित घोषित करें।
– राजेन्द्र गुप्ता, अध्यक्ष, त्रिपोलिया बाजार व्यापार मंडल

कभी भी गिर सकते हैं
देखरेख के अभाव में अशोक के पेड़ सूख रहे हैं। पेड़ों को पानी नहीं मिल रहा है। इनकी छंटाई हो जाए तो बाजार की शान बढ़ सकती है। कुछ पेड़ ऐसे भी है, जो कभी भी गिर सकते हैं।
– जाहिद खान गुडएज, महामंत्री, त्रिपोलिया बाजार व्यापार मंडल

100 साल से अधिक होती उम्र
अशोक के पेड़ की उम्र करीब 100 साल से अधिक होती है। परकोटे के बाजार में सड़कों के विस्तार के साथ ही पेड़ों में पानी जाने के मार्ग को अवरुद्ध कर दिया गया है, जिससे पेड़ नष्ट हो रहे हैं।
– महेश तिवाड़ी, पूर्व उपवन संरक्षक

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