हत्या की सूचना मिलते ही जेल प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शकील उल्लाह को वर्ष 2010 में राजस्थान इंटेलिजेंस (Rajasthan Intelligence) ने जैसलमेर में पकड़ा था। शकील पर आतंकी संगठन सिमी से जुड़े होने और जासूसी के प्रकरण दर्ज किए गए थे। वह तभी से जेल में बंद था।
पुलवामा का बदला तो नहीं
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले के बाद से ही पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से का माहौल है। आम जनता लगातार सड़कों पर उतर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। जगह—जगह पाकिस्तान के पुतले फूंके जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इसके चलते यह भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि पाकिस्तान कैदी की बंदियों ने हत्या की है।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले के बाद से ही पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से का माहौल है। आम जनता लगातार सड़कों पर उतर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। जगह—जगह पाकिस्तान के पुतले फूंके जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इसके चलते यह भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि पाकिस्तान कैदी की बंदियों ने हत्या की है।
हत्या के कारणों का अभी खुलासा नहीं
डीजी जेल ने प्रकरण की पड़ताल शुरू कर दी है। अभी तक हत्या के कारणों का भी खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस के अधिकारी इस मामले में कोई ज्यादा जानकारी नहीं दे रहे हैं।
डीजी जेल ने प्रकरण की पड़ताल शुरू कर दी है। अभी तक हत्या के कारणों का भी खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस के अधिकारी इस मामले में कोई ज्यादा जानकारी नहीं दे रहे हैं।
जेल के बाहर तमाशबीनों की भीड़
इस दौरान जेल परिसर में लोगों की काफी भीड़ एकत्र हो गई है। लोग जेल की दीवारों से अंदर झांकने की कोशिश में नजर आ रहे हैं। वहीं पुलिस के जवान इन्हें बार—बार वहां से हटाने में लगे हुए हैं।
इस दौरान जेल परिसर में लोगों की काफी भीड़ एकत्र हो गई है। लोग जेल की दीवारों से अंदर झांकने की कोशिश में नजर आ रहे हैं। वहीं पुलिस के जवान इन्हें बार—बार वहां से हटाने में लगे हुए हैं।