विशेष न्यायालय जयपुर बम ब्लास्ट मामला में अजयकुमार शर्मा को 6 अक्टूबर 2018 को विशिष्ट न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। नियुक्ती के बाद न्यायालय ने 750 से गवाहों के बयान दर्ज किए गए। इसके बाद न्यायालय ने दिन प्रतिदिन सुनवाई करना शुरू किया। सुनवाई पूरी होेने के बाद बीते करीब तीन माह से फैसला लिखवाया जा रहा था। अब न्यायाधीश शर्मा नए साल में सेवानिवृत्त हो जाएगें ऐस में यह उनका आखरी फैसला होगा। इस न्यायालय में बम विस्फोट के अलावा कोई दूसरा मामला लंबित भी नही है।
12 न्यायाधीशों के पास रहा कार्यभार विशेष न्यायालय का गठन 4 दिसंबर 2012 को किया गया था और इसमें सबसे पहले जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्रशेखर आजाद को नियुक्त किया गया। इस विशेष न्यायालय का छह न्यायाधीशों अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया वहीं छह न्यायाधीश को पूरी तौर पर काम सौंपा गया।
ऐसे बीती आरोपियों की रात
बम धमाकों के आरोपियों की सजा से पहले वाली रात यानि गुरुवार की रात बेहद तनाव भरी रही। चारो आरोपियों को जेल मैनुअल के अनुसार ही खाना और अन्य सुविधाएं दी गई लेकिन उसके बाद भी चारों अपनी सैल में बेहद डरे हुए दिखे। चारों की विशेष निगरानी भी शुरू कर दी गई है। जेल सूत्रों की मानें तो चारों मोहम्मद सैफ, सलमान, सैफर्रहमान, सरवर आजमी अपने सेल में देर रात तक चक्कर काटते रहते हैं। देर शाम जब उनको खाना दिया गया तो काफी देर तक तो उन्होनें खाना ही नहीं खाया।
बम धमाकों के आरोपियों की सजा से पहले वाली रात यानि गुरुवार की रात बेहद तनाव भरी रही। चारो आरोपियों को जेल मैनुअल के अनुसार ही खाना और अन्य सुविधाएं दी गई लेकिन उसके बाद भी चारों अपनी सैल में बेहद डरे हुए दिखे। चारों की विशेष निगरानी भी शुरू कर दी गई है। जेल सूत्रों की मानें तो चारों मोहम्मद सैफ, सलमान, सैफर्रहमान, सरवर आजमी अपने सेल में देर रात तक चक्कर काटते रहते हैं। देर शाम जब उनको खाना दिया गया तो काफी देर तक तो उन्होनें खाना ही नहीं खाया।