परकोटा के रास्ते बंद कर दिए जाने पर एमआइ रोड पर लंबा जाम लग गया। जैसे तैसे करते हुए जौहरी बाजार हनुमान मंदिर पहुंचा। चारों तरफ खून फैला था, मंदिर के लोहे के चैनल गेट में छर्रे धंसे थे। माजरा समझ तुरंत एसपी पूर्व वीके सिंह को निर्देश दिए कि एसएमएस अस्पताल पहुंचकर आस-पास के क्षेत्र की तलाशी लेने और अस्पताल में भीड़ एकत्र नहीं होने दें। चिकित्सकों से संपर्क कर घायलों को तुरंत इलाज की व्यवस्थाएं। परकोटा में अन्य पुलिस अधिकारियों को लाउड स्पीकर से लोगों को घरों के अंदर जाने का संदेश देने के आदेश दिए। सभी घटना स्थल पर मौका मुआयना करने से सामने अया कि सभी जगह साइकिल उपयोग में ली गई है। शहर उसी तरह की साइकिलों की तस्दीक करवाई गई। चांदपोल बाजार में एक साइकिल और उसके पीछे रखे बैग में बम मिला।
यहां पर ही मेरे साथ तत्कालीन पुलिस महानिदेशक एजेएस गिल पुलिस जाप्ता के साथ खड़े थे। तुरंत बीडीएस टीम को निष्क्रिय करवाया गया। मामला स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) को दे दिया गया। एसओजी के साथ जयपुर पुलिस आतंकियों की तलाश में जुटी थी। तभी करीब आठ माह बाद गुजरात पुलिस से जयपुर में बम विस्फोट कर गदर मचाने वालों के संबंध में सूचना मिली।
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