जयपुर। मार्गशीर्ष कृष्ण अष्टमी पर शनिवार को विभिन्न योग संयोगों के बीच कालभैरव अष्टमी (Bhairav Ashtami) मनाई गई। शहर के भैरव मंदिरों में भैरव महाराज के अभिषेक कर विशेष पूजा—अर्चना की गई। इस मौके पर विशेष झांकियां सजाई गई। मंदिरों में फूल बंगला व छप्पन भोग झांकी (Chhappan Bhog Jhanki) भी सजाई गई। वहीं मंदिरों के अलावा शहर में कई जगहों पर दान—पुण्य का दौर भी चला। लोगों ने श्वान को रोटी खिलाई, वहीं शाम को भैरव महाराज के सामने चौमुखा दीपक जलाया। शनिदेव मंदिरों में भी तेलाभिषेक के आयोजन हुए।
न्यू गेट स्थित तत्कालेश्वर भैरव मंदिर में महाकाल भैरव के सुबह अभिषेक कर विशेष पूजा—अर्चना के बाद आकर्षक शृंगार किया। मंदिर के ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि तत्काल भैरव के सुबह अभिषेक कर भैरव नामावली के पाठ किए गए। मंदिर में फूल बंगला झांकी के साथ छप्पन भोग झांकी सजाई गई। इसके अलावा पुरानी बस्ती स्थित भैरव मंदिर सहित अन्य भैरव महाराज के मंदिरों में विशेष झांकियां सजाई गई।