कला के विविध रूपों और शैलियों को एक मंच पर साकार करने के लिए गुरुवार को जयपुर कला महोत्सव की शुरुआत हुई। यह आयोजन जवाहर कला केंद्र के शिल्पग्राम में 22 नवम्बर तक चलेगा। कला को जीवंत बनाए रखने की दिशा में राजस्थान सहित देश के अनेक प्रांतों के कलाकार यहां अपना हुनर दिखाने लिए मौजूद हैं। दृश्यकला की यथार्थवादी, समकालीन और आधुनिक चित्रकला,मूर्तिकलाओं के नामी वरिष्ठ और युवा कलाकारों की कलाओं के एक से बढ़कर एक नमूनों के साथ टेक्सटाइल, फोटोग्राफी,पेपेरमैशी,मैटल क्राफ्ट, आर्किटैक्चर, वुड क्राफ्ट और इंस्टालेशन कलाएं कलाप्रेमियों का ध्यान आकर्षित कर रही हैं।
महोत्सव के मुख्य समन्वयक राकेश गुप्ता ने बताया कि इस बार ये समारोह राजस्थान विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट डिपार्टमेंट और जयपुर में बरसों से कार्य कर रही प्रतिभा एजुकेशनल डेवलपमेंट रिसर्च सोसायटी की ओर से आयोजित किया जा रहा है। जयपुर कला महोत्सव का यह पांचवां संस्करण है।
कला महोत्सव का उद्घाटन प्रदेश के तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्यमंत्री डॉ.सुभाष गर्ग ने किया। राजस्थान विश्वविद्यालय के फाईन आर्ट के प्रमुख रजत पण्डेल ने सभी का आभार व्यक्त किया। रजत ने कहा कि मेले की व्यापकता और सार्थकता को देखते हुए इस बार राजस्थान यूनिवर्सिटी ने भी इसमें सहभागिता करने का निर्णय किया है। इस महोत्सव में यूनिवर्सिटी के फाइन आर्ट डिपार्टमेंट के स्टूडेंट को भी यहां अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए मोटिवेट कर रहे हैं ताकि यहां आने वाले लोग देश के नामी कलाकारों की कृतियों के साथ हमारी युवा पीढ़ी की कलात्मक अभिव्यक्ति के हुनर का भी आनन्द उठा सकें। कला महोत्सव में 100 से अधिक स्टॉल लगाई गई हैं। जिनमें 232 कलाकारों, 8 आर्ट इंस्टीट्यूशंस की कलाकृतिया प्रदर्शित की गई है।
महोत्सव के मुख्य समन्वयक राकेश गुप्ता ने बताया कि इस बार ये समारोह राजस्थान विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट डिपार्टमेंट और जयपुर में बरसों से कार्य कर रही प्रतिभा एजुकेशनल डेवलपमेंट रिसर्च सोसायटी की ओर से आयोजित किया जा रहा है। जयपुर कला महोत्सव का यह पांचवां संस्करण है।
कला महोत्सव का उद्घाटन प्रदेश के तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्यमंत्री डॉ.सुभाष गर्ग ने किया। राजस्थान विश्वविद्यालय के फाईन आर्ट के प्रमुख रजत पण्डेल ने सभी का आभार व्यक्त किया। रजत ने कहा कि मेले की व्यापकता और सार्थकता को देखते हुए इस बार राजस्थान यूनिवर्सिटी ने भी इसमें सहभागिता करने का निर्णय किया है। इस महोत्सव में यूनिवर्सिटी के फाइन आर्ट डिपार्टमेंट के स्टूडेंट को भी यहां अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए मोटिवेट कर रहे हैं ताकि यहां आने वाले लोग देश के नामी कलाकारों की कृतियों के साथ हमारी युवा पीढ़ी की कलात्मक अभिव्यक्ति के हुनर का भी आनन्द उठा सकें। कला महोत्सव में 100 से अधिक स्टॉल लगाई गई हैं। जिनमें 232 कलाकारों, 8 आर्ट इंस्टीट्यूशंस की कलाकृतिया प्रदर्शित की गई है।