उन्होंने वाराणसी के घाटों और नदियों में हो रहे प्रदूषण को दर्शाया। ‘आवतो बायरो बाजे: द थंडर्स रोर ऑफ एन एंपेंडिंग स्टोर्म’ थीम पर हो रहे कार्यक्रम को कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं जैसे लिवरपूल बाइनियल, ब्रिटिश काउंसिल, एमबसेड द फ्रांस के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। आठ दिवसीय जयपुर आर्ट वीक में दुनियाभर के 30 से ज्यादा कलाकार भाग ले रहे हैं। आर्ट वीक का समापन सोमवार को होगा।
रंगीले पोस्ट कार्ड
एक साधारण सा दिखने वाला पोस्टकार्ड भी भावनाओं और अनमोल पलों को बयां कर सकता है। जब ये रंगों, रेखाओं और भावनाओं से भर जाते हैं, तो वो न सिर्फ कला का रूप लेते हैं, बल्कि स्मृतियों को भी जीवंत कर देते हैं। कुछ इसी तरह की खूबसूरती जीवंत सी हो उठी किशनपोल बाजार स्थित पद्मा हवेली में। यहां आयोजित एक फैमिली वर्कशॉप में शामिल प्रतिभागियों को इस अनूठे कॉन्सेप्ट से रुबरु होने का पहली बार मौका मिला।आर्ट फॉर बेबी
शाम चार बजे पब्लिक आर्ट्स ट्रस्ट ऑफ इंडिया के जयपुर स्थित मुख्यालय में रुद्रिता श्रॉफ की बुक लॉन्च की गई। पब्लिक आर्ट्स ट्रस्ट ऑफ इंडिया की फाउंडर सना रिजवान ने बुक लॉन्च किया। रुद्रिता ने बताया कि हमें बच्चे की पैदाइश से उसे रंगों से जोड़ना चाहिए। यह बुक 3 साल तक के बच्चों के लिए हैं। जब वे देखकर समझना शुरू करते हैं। इस किताब में कलाकार ध्रुवी आचार्य, ज्योत्सना भट्ट, जोगन चौधरी, अतुल डोडिया, शिल्पा गुप्ता, एनएस हर्षा, रीना सैनी, शकुंतला कुलकर्णी, मनीष नाई, अमोल पाटिल, गिगि स्कारिया, सुदर्शन शेट्टी की पेंटिंग्स, फोटोग्राफ को शामिल किया गया है।