यहां न केवल यात्री बल्कि शहरवासी और सैलानी भी आ-जा सकेंगे। विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस इन स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर सिटी सेंटर के रूप में भी विकसित किया जाएगा। यहां फूड प्लाजा, रेस्त्रां से लेकर शॉपिंग सेंटर भी होंगे। लोग ट्रेनों के आवागमन के दौरान वहां खान-पान के साथ खरीदारी भी कर सकेंगे। बच्चों के लिए गेमिंग जोन होगा।
सबसे खास यह है कि स्टेशनों पर यात्री क्षमता और सुविधा 3 गुना तक बढ़ जाएगी। यह काम शुरू हो चुका है और 3 साल बाद दोनों स्टेशन नए रूप में निखरकर सामने आएंगे। इस पर 893.88 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
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जयपुर जंक्शन
स्टेशन भवन का क्षेत्रफल 31527 वर्गमीटर हो जाएगा।
यात्रीभार क्षमता (प्रतिदिन) 1.17 लाख से 1.50 लाख हो जाएगी।
द्वितीय प्रवेश द्वार (हसनपुरा) का क्षेत्रफल 600 वर्गमीटर से 17660 वर्गमीटर हो जाएगा।
वेटिंग एरिया की क्षमता 3 गुना तक हो जाएगी। पार्किंग क्षमता डेढ़ गुना तक बढ़ेगी।
4 फुट ओवरब्रिज बनेंगे। 30 लिफ्ट व 18 एस्केलेटर लगेंगे।
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बस स्टॉप
जंक्शन मेट्रो स्टेशन से स्काईवॉक वे से जुड़ेगा। तीन मंजिला भवन होगा और तीन गेट बनाए जाएंगे। नया गेट जलभवन के पास बनेगा। अंडर ग्राउंड पार्किंग, बस व टैक्सी स्टैंड होंगे। यात्रियों को बस, टैक्सी व मेट्रो पकड़ने के लिए स्टेशन से बाहर निकलने की जरूरत नहीं होगी।
गांधी नगर स्टेशन
भवन का क्षेत्रफल 33822 वर्गमीटर का क्षेत्र होगा।
यात्रीभार क्षमता 59 हजार हो जाएगी।
ये सुविधाएं होंगी
स्टेशन भवन भव्य होगा।
वीआइपी लॉन्ज, कैफेटेरिया।
स्टेशन सोलर से संचालित होगा।
ग्रीन बिल्डिंग होगी।
सुरक्षा: दो फेज से गुजरना होगा।
प्रवेश व निकास द्वार अलग।
कब तक पूरा होगा
जयपुर जंक्शन 42 माह व गांधी नगर स्टेशन 22 माह में बनकर तैयार होगा।
मिलेगी सौगात
ये भोपाल के कमलापति स्टेशन की तरह बनेंगे। इन्हें हैरिटेज लुक दिया जाएगा। ये नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनेंगे। सैलानी देखने आएंगे। वर्ल्ड क्लास बनने वाले ये प्रदेश के पहले स्टेशन होंगे। सिटी सेंटर की तर्ज पर विकसित होने से यात्रियों के अलावा अन्य लोग भी आ सकेंगे। लाल-गुलाबी पत्थर इसे खूबसूरत बनाएंगे। भव्य वेटिंग एरिया, पार्किंग, आरपीएफ थाना, टिकट घर, पार्सल घर इत्यादि नए बनेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि इन दोनों स्टेशन के री-डवलपमेंट से भीड़ से निजात मिलेगी। साथ ही स्टेशन के बाहर और परिसर में लगने वाले जाम से भी छुटकारा मिलेगा। शहर के बीचोंबीच रेलवे की भूमि का भी आमजन के लिए उपयोग हो सकेगा।
सिटी सेंटर की तर्ज पर होंगे विकसित
आमदन के लिए रूफटॉप पर शॉपिंग कॉम्पलेक्स, शॉप्स, रेस्त्रां, फूड प्लाजा समेत कई सुविधाएं मिलेंगी। प्लेटफॉर्म व रूफटॉप पर जाने के अलग-अलग रास्ते होंगे। सिटी सेंटर की तर्ज पर विकसित होंगे।
कैप्टन शशिकिरण, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर पश्चिम रेलवे