कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने देश भर में हवाई यात्रा पर बुरा असर डाला है। इसमें जयपुर हवाईअडडे को ज्यादा ही नुकसान हुआ है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की मई में आई रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर हवाईअडडे से विमान संचालन और यात्री भार देश के कई छोटे हवाईअडडों से भी कम रही है। कभी टॉप 15 में न आने वाले रांची और श्रीनगर जैसे छोटे एयरपोर्ट जयपुर एयरपोर्ट से आगे निकल गए।
सामान्य दिनों की बात करें तो जयपुर हवाईअडडे की रैकिंग 12वीं या फिर 13वीं रहती है लेकिन दो माह से यह रैकिंग 16वें स्थान पर जा रही है। अप्रैल में भी जयपुर हवाईअडडे की यही रैकिंग थी। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण पर्यटन को बंद होना माना जा रहा है। दूसरा गर्मी के कारण लोग अब वादियों की तरफ ज्यादा ही रूख कर रहे हैं। मई में जयपुर हवाईअडडे से मात्र 47958 यात्रियों ने यात्रा की है।
जयपुर हवाईअडडा केवल यात्रियों के लिहाज से नहीं बल्कि विमान संचालन में भी पिछड़ गया है। मई रिपोर्ट के मुताबिक चंडीगढ़, वाराणसी और श्रीनगर हवाईडडे भी जयपुर से कहीं आगे निकल गए हैं। लखनऊ और पटना एयरपोर्ट भी जयपुर से आगे रहे हैं। मई में जयपुर से 718 विमानों का संचालन हुआ। इस लिहाज से जयपुर हवाईअडडा 17वें स्थान पर रहा। कालीकट हवाईअडडा भी इतने विमान संचालन के साथ जयपुर के साथ आ गया।
जयपुर हवाईअडडा प्रशासन के लिए जून भी कुछ अच्छा नहीं होने जा रहा है। घटे पर्यटन और बढ़ी गर्मी के कारण इस माह औसतन 12 से 13 विमानों का ही संचालन हो पा रहा है। ऐसे में जुलाई के बाद ही पर्यटकों के बढ़ने की उम्मीद है और इसके साथ ही विमानन संख्या और यात्रियों की थी। यह माना जा रहा है वीजा में मिली छूट के कारण विदेशी यात्री भी तेजी से राजस्थान की रूख करेंगे और इससे पर्यटन को भी फायदा होगा और जयपुर हवाईअडडे को भी।a