औरों से जो लेते हैं… उससे कम ही लेंगे
परिवादी ने रिश्वत के लिए पूछा तो कहा कि औरों से लेते हैं, उससे कम ही लेंगे। कितने रुपए देने पड़ेंगे। यह पूछने पर आरोपी ने कहा कि इंचार्ज साहब से पूछकर ही बताउंगा। एसीबी ट्रेप कार्रवाई का इंतजार करती रही लेकिन आरोपी को भनक लगने से मामला अटक गया। उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर एसीबी ने इसी सप्ताह रिश्वत मांगने की एफआईआर दर्ज की है। इस बीच कांस्टेबल की तबादला पुलिस लाइन कर दिया गया। मामले की तफ्तीश पुलिस निरीक्षक हरीश भारती को दी गई है।
25 हजार रुपए और दस किलो देसी घी
बता दे कि कुछ दिनों पहले भी ऐसा एक मामला सामने आया था जिसमें साठ से अधिक गोशालाओं की ऑडिट के लिए अंकेक्षण विभाग के सहायक लेखाधिकारी को एसीबी ने दस किलो देसी घी और 25 हजार रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।