अखिल भारतवर्षीय दिगम्बर जैन परिषद् के राजस्थान प्रदेश महामंत्री विनोद जैन ने बताया कि कलशाभिषेक का ऑनलाइन प्रसारण किया गया। दशलक्षण महापर्व के दौरान हर साल की भांति इस साल भी श्रद्धालुओं ने तीन दिन, पांच दिन, 10 दिन, 16 तथा 32 दिन के उपवास किए। इसके अलावा ऑनलाइन प्रवचनों का आयोजन किया गया। साथ ही बच्चों के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया।