”भारत इस दशक के आखिर तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और वर्ष 2047 तक पहले नंबर की अर्थव्यवस्था होगा।” ये कहना है उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का। जयपुर के एमएनआईटी संस्थान में एक कार्यक्रम के सिलसिले में पहुंचे उपराष्ट्रपति ने देश की मौजूदा स्थितियों की जमकर तारीफ़ की। साथ ही देश की तरक्की और उपलब्धियों पर सवाल उठाने वालों पर भी तंज कसते हुए उन्हें आड़े हाथ लिया।
‘नेशनल एजुकेशन पॉलिसी’ पर शिक्षाविद संवाद बैठक में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे धनखड़ ने अपने विचार रखते हुए कई बातें कहीं। उन्होंने शिक्षा, खेल और उद्यमिता के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों से बातचीत करते हुए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि नए भारत के निर्माण और इसे विश्व शक्ति बनाने में युवाओं की बड़ी भूमिका है। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि मैं एजुकेशन का ही प्रोडक्ट हूं। अगर मुझे स्कॉलरशिप नहीं मिलती, तो मैं यहां नहीं होता। मैं बचपन में टॉपर स्टूडेंट रहा।
कुछ लोगों को तरक्की हजम नहीं होती
उपराष्ट्रपति ने देश की मौजूदा स्थिति की दिल खोलकर सराहना की। उन्होंने कहा कि आज भारत उतना राइज हुआ है जितना पहले कभी नहीं हुआ। पहले हम विश्व इकोनामी में दसवें नंबर पर थे लेकिन आज हम पांचवें नंबर पर हैं। लेकिन आज भी कुछ लोगों को भारत की तरक्की हजम नहीं होती है। कुछ लोग कहते हैं कि भारत जीवंत लोकतंत्र नहीं, तो कुछ भारत से बाहर जाकर ऐसी बात करते हैं। ये भारत के साथ बदसलूकी जैसा है। यह पीड़ा का विषय है।
उपराष्ट्रपति ने देश की मौजूदा स्थिति की दिल खोलकर सराहना की। उन्होंने कहा कि आज भारत उतना राइज हुआ है जितना पहले कभी नहीं हुआ। पहले हम विश्व इकोनामी में दसवें नंबर पर थे लेकिन आज हम पांचवें नंबर पर हैं। लेकिन आज भी कुछ लोगों को भारत की तरक्की हजम नहीं होती है। कुछ लोग कहते हैं कि भारत जीवंत लोकतंत्र नहीं, तो कुछ भारत से बाहर जाकर ऐसी बात करते हैं। ये भारत के साथ बदसलूकी जैसा है। यह पीड़ा का विषय है।
सबसे ज़्यादा डिजिटल ट्रांसफर भारत में
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी होगा जबकि वर्ष 2047 तक भारत दुनिया में नंबर वन इकोनामी बन जाएगा। उन्होंने कहा कि आज भारत में दुनिया में सबसे ज्यादा डिजिटल ट्रांसफर हो रहा है। हम मानवीय संसाधन और ज्ञान को साथ लेकर काम कर रहे हैं। भारतीयों का डीएनए बहुत मजबूत होता है, हम बहुत जल्द सीख जाते हैं। भारत में आज 70 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी होगा जबकि वर्ष 2047 तक भारत दुनिया में नंबर वन इकोनामी बन जाएगा। उन्होंने कहा कि आज भारत में दुनिया में सबसे ज्यादा डिजिटल ट्रांसफर हो रहा है। हम मानवीय संसाधन और ज्ञान को साथ लेकर काम कर रहे हैं। भारतीयों का डीएनए बहुत मजबूत होता है, हम बहुत जल्द सीख जाते हैं। भारत में आज 70 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं।
हर जगह लोकतंत्र सिर्फ भारत में
धनखड़ ने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसमें लोकतंत्र हर जगह है। पंचायत स्तर से लेकर गांव-ढाणी तक सबसे अच्छी प्रतिभाएं हमारे और हमारे संस्थानों के पास हैं। हमारे स्टार्टअप हमारे यूनिकॉर्न युवा पीढ़ी द्वारा हैं। उन्होंने कुछ ज़रूरी टिप्स देते हुए फेलियर से नहीं डरने की नसीहत दी।