क्रीमी, गाढ़ी और मीठी होती है नागौरी चाय
नागौरी चाय। नाम लेते ही जुबान पर चाय की तलब शुरू हो जाती है। नागौरी चाय बाकी मिलने वाली चायों से ज्यादा क्रीमी, गाढ़ी और मीठी होती है। नागौरी चाय की कहानी कुछ इस तरह से शुरू होती है। राजस्थान में एक जिला है नागौर। यहीं का एक समुदाय मार्बल का बिजनेस करता था। फिर ये लोग डेयरी के बिजनेस में आए। डेयरी बिजनेस के सहारे ये मुंबई चले गए। जहां इन्होंने नागौरी चाय का बिजनेस शुरू किया। यह भी पढ़ें – कोटा वाले रोज खा रहे 50 टन ‘बादाम’, करीब 22 लाख रुपए के आम की है रोज खपत ऐसे बनता है नागौर चाय का स्पेशल मसाला
नागौरी चाय यूं तो नागौर की है। पर मुंबई में हर जुबां पर इसका नाम है। नागौरी चाय आपको पाकिस्तान में भी मिल जाएगी। नागौरी चाय की जान है इसका मसाला। बताया जाता है कि नागौरी चाय के मसाले को बनाने में सबसे पहले 2 चम्मच सौंफ, 6-7 लौंग, 10-12 काली मिर्च, 5-6 इलायची, छोटा टुकड़ा जायफल की जरूरत पड़ती है। अब इस सारी सामान को तवे पर हल्का भून लें। भूनने के बाद इसे थोड़ा ठंडा कर मिक्सी में पीस लें। बस तैयार हो गया नागौरी चाय का स्पेशल मसाला। अब आप घर पर भी तैयार कर सकते हैं नागौरी चाय। प्याले में इस चाय की चुस्कियां लेते हुए कह सकते है… वाह…नागौरी चाय। Happy International Tea Day।