नौकरशाही से मंत्री बने
अर्जुनराम ने भाजपा के टिकट पर 2009 में बीकानेर लोकसभा से पहला चुनाव जीता। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए। केन्द्र सरकार में वित्त व कम्पनी मामलात राज्य मंत्री संसदीय कार्यमंत्री, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री रहे। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीकानेर से लगातार तीसरी बार सांसद निर्वाचित हुए।
अर्जुनराम ने भाजपा के टिकट पर 2009 में बीकानेर लोकसभा से पहला चुनाव जीता। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए। केन्द्र सरकार में वित्त व कम्पनी मामलात राज्य मंत्री संसदीय कार्यमंत्री, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री रहे। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीकानेर से लगातार तीसरी बार सांसद निर्वाचित हुए।
भाजपा में हुए शामिल
साधारण परिवार में जन्मे मेघवाल ने स्नाकोत्तर के बाद टेलीफोन आॅपरेटर की नौकरी ज्वाइन की। 1980 में आरएएस बने और विभिन्न जिलों में अधिकारी के रूप में सेवाएं दीं। बाद में वे आइएएस अधिकारी बने। 2009 के लोकसभा चुनाव में वीआरएएस ले भाजपा में आए।
साधारण परिवार में जन्मे मेघवाल ने स्नाकोत्तर के बाद टेलीफोन आॅपरेटर की नौकरी ज्वाइन की। 1980 में आरएएस बने और विभिन्न जिलों में अधिकारी के रूप में सेवाएं दीं। बाद में वे आइएएस अधिकारी बने। 2009 के लोकसभा चुनाव में वीआरएएस ले भाजपा में आए।
साइकिल से जाते हैं संसद मेघवाल देश के उन गिने-चुने सांसदों में हैं, जो साइकिल से संसद जाते हैं। वह पिछली बार शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति भवन भी साइकिल से ही पहुंचे थे। पूर्व नौकरशाह होने से सरकारी कामकाज की अच्छी समझ, वित्त मंत्रालय के राज्य मंत्री रहते हुए अच्छा काम किया। प्रधानमंत्री मोदी की पसंद माने जाते हैं।
वाड्रा के कथित अवैध भूमि सौदे को प्रकाश में लाए मेघवाल ने राजस्थान के बीकानेर में रॉबर्ट वाड्रा के कथित अवैध भूमि सौदे को प्रकाश में लाने के काम भी किया। जिसके बाद वह राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गए थे।
13 साल की उम्र में हुई शादी
बीकानेर के किसमिदेसार गांव के एक पारंपरिक बुनकर परिवार में जन्मे मेघवाल की शादी मात्र 13 साल की उम्र में हो गई थी। पिता के साथ बुनकर के रूप में काम करते हुए भी उन्होंने पढ़ाई जारी रखी। बीकानेर के श्री डुंगर कॉलेज से उन्होंने बीए की डिग्री पाई और उसी संस्थान से वकालत की स्नातक डिग्री एलएलबी और स्नातकोत्तर डिग्री भी हासिल की।
बीकानेर के किसमिदेसार गांव के एक पारंपरिक बुनकर परिवार में जन्मे मेघवाल की शादी मात्र 13 साल की उम्र में हो गई थी। पिता के साथ बुनकर के रूप में काम करते हुए भी उन्होंने पढ़ाई जारी रखी। बीकानेर के श्री डुंगर कॉलेज से उन्होंने बीए की डिग्री पाई और उसी संस्थान से वकालत की स्नातक डिग्री एलएलबी और स्नातकोत्तर डिग्री भी हासिल की।