खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश चन्द मीना ने बताया कि खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार आगामी दिनों में नेशनल पोर्टेबिलिटी भी लागू की जाएगी, जिसके तहत देश का कोई भी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का लाभार्थी देश के किसी भी राज्य की राशन की दुकान से गेहूं प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि नेशनल पोर्टेबिलिटी लागू करने से पहले इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी के तहत देश के दो राज्यों को जोड़ा गया है। जिसके तहत राजस्थान राज्य को इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी में हरियाणा राज्य के साथ जोडा गया है।
यह है केन्द्र सरकार की नई योजना
– राजस्थान एवं हरियाणा के बीच इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी हुई शुरू
– दोनों राज्यों के लाभार्थी राशन की किसी भी दुकान से ले सकेंगे गेंहू
– नई व्यवस्था से दोनों राज्यों के लोगों को मिलेगा फायदा
– खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने शुरू की यह योजना
– राजस्थान एवं हरियाणा के बीच इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी हुई शुरू
– दोनों राज्यों के लाभार्थी राशन की किसी भी दुकान से ले सकेंगे गेंहू
– नई व्यवस्था से दोनों राज्यों के लोगों को मिलेगा फायदा
– खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने शुरू की यह योजना
खाद्य मंत्री ने बताया कि राज्य में इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी लागू होने से हरियाणा एवं राजस्थान राज्य के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के लाभार्थी एक दूसरे राज्य की किसी भी राशन की दुकान से गेहूं प्राप्त कर सकते हैं। राजस्थान राज्य के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के लाभार्थी जो मजदूरी, धन्धे एवं अन्य कारण से हरियाणा राज्य में जाते हैं, वे हरियाणा राज्य की राशन की किसी भी दुकान से अपना गेहूं प्राप्त कर सकते हैं। इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी लागू होने से लाभार्थियों को एक-दूसरे राज्य से राशन प्राप्त करने के लिए अलग से राशन कार्ड बनवाने की आवश्यकता भी नहीं रहेगी। नेशनल पोर्टेबिलिटी लागू होने के बाद राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के लाभार्थी देश के किसी भी राज्य में स्थित राशन की दुकान से गेहूं प्राप्त कर सकेंगे।
इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी लागू करने से पहले इस सिस्टम का सफलता पूर्वक ट्रायल कर लिया गया है। ट्रायल के जरिए राजस्थान के अलवर जिले के नीमराणा ब्लॉक के रामचन्द्र पुरा गांव के लाभार्थियों को हरियाणा राज्य के रेवाडी जिले के सुभासेरी गांव की राशन की दुकान पर गेहूं का वितरण किया गया। इसी तरह हरियाणा राज्य के रेवाडी जिले के सुभासेरी गांव के लाभार्थी नीमराणा के रामचन्द्र पुरा गांव में राशन की दुकान पर पोस मशीन के जरिए गेहूं का वितरण किया गया।
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय भारत सरकार ने राजस्थान एवं हरियाणा में इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी लागू करने से पूर्व राजस्थान के दो जिले अलवर एवं चूरू एवं हरियाणा राज्य के दो जिले हिसार एवं रेवाडी को चिन्हित किया गया है।