आईटीएमएस लागू नहीं हो पाने के पीछे बड़ा कारण है सिस्टम में एकरूपता नहीं होना। दरअसल, प्रदेश में अलग-अलग एजेंसियों (यातायात पुलिस, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, जेडीए) ने अपने-अपने कैमरे लगा रखे हैं। सब अपने स्तर पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। ई-चालान केवल यातायात पुलिस के कैमरों से ही जनरेट हो रहे हैं।
खास-खास- देश के अधिकांश बड़े शहरों में आईटीएमएस सिस्टम लागू – अहमदाबाद, सूरत, दिल्ली, बेंगलूरु, चंडीगढ़, भोपाल, इंदौर सहित कई बड़े शहरों में इन्हीं कैमरों के माध्यम से रखी जा रही यातायात की निगरानी
– मध्यप्रदेश के सात शहरों में स्मार्ट सिटी के तहत चिन्हित चौराहों पर लगाया गया सिस्टम
फैक्ट फाइल :
जयपुर में आईटीएमएस से एक साल में भेजे गए ई-चालान स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन : 10707
रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन : 2648
मिलकर करेंगे वाहन चालकों व सरकार को जागरूक
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