आरजीएचएस की परियोजना अधिकारी शिप्रा विक्रम ने बताया कि संयुक्त निदेशक (सतर्कता) की टीम अस्पताल का औचक निरीक्षण कर रही थी। दल को कर्मचारी की पहचान पर संशय हुआ। कर्मचारी की पहचान को सत्यापित किया तो यह फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। आरजीएचएस योजना का दुरुपयोग गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। कर्मचारी का कार्ड ब्लॉक कर दिया गया है।