गौरतलब है कि इस वर्ष केंद्र सरकार ने बजट में देशभर में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के 100 रैक संचालन की घोषणा की थी। रेलवे बोर्ड ने भी हाल हीं में समस्त जोनल रेलवेज को कुल 100 रैक के मेंटिनेंस की जिम्मेदारी सौंपी है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में इस वर्ष अगस्त तक पहली खेप मिलेगी। संभवत: तीन वर्ष में 400 वंदे भारत ट्रेन दौड़ती नजर आएगी।
राज्य में दौड़ेगी 6 रैक को मंजूरी
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि राज्य में लगभग 6 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन संचालन की संभावना है। हालांकि रेलवे बोर्ड ने कोचिंग डिपो में भी कुल 6 रैक को मंजूरी दी है। इसके तहत मेंटिनेंस के लिए उत्तर पश्चिम के जयपुर स्थित कोचिंग डिपो में 2 रैक, अजमेर, श्रीगंगानगर और उदयपुर स्थित कोचिंग डिपो में 11 रैक व डब्ल्यूसीआर जोनल रेलवे को कोटा के कोचिंग डिपो में एक रैक मेंटिनेंस के निर्देश दिए है।
कोचिंग डिपो को अलर्ट कर दिया गया है। वंदेभारत ट्रेन आधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेन है। इसके लिए तकनीकी तौर पर भी तैयारियां शुरू कर दी गई है, ताकि रैक आने के बाद मेंटिनेंस में कोई दिक्कत न आए।
कैप्टन शशिकिरण, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर पश्चिम रेलवे
वंदे भारत ट्रेन की खासियत
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस खास तरह से डिजाइन ट्रेन।
यह सेमी हाईस्पीड ट्रेन है, जिसका आकार बुलेट ट्रेन जैसा है।
यह बिना लोकोमोटिव इंजन के पटरी पर दौड़ती है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सीटें काफी आरामदायक है।