दरअसल, होली पर जयपुर से बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही होती है। जिससे ट्रेनों में यात्री भार बढ़ जाता है। इसका असर अभी से देखा जा रहा है। 20 से 25 मार्च के बीच जयपुर से हावड़ा की ओर जाने वाली अजमेर-सियालदाह एक्सप्रेस ट्रेन में स्लीपर श्रेणी में वेटिंग अभी से 179 तक, थर्ड एसी में 70 तक और सेकण्ड एसी में 40 तक पहुंच गई है। ऐसा ही हाल जोधपुर-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन में देखा जा रहा है। उसमें फर्स्ट एसी में अभी से नोरूम हो गया है। उसकी ऑनलाइन बुकिंग बंद हो गई है। इसी प्रकार जयपुर से गुवाहाटी जाने वाली जयपुर-गुवाहाटी ट्रेन में भी स्लीपर क्लास में वेटिंग 107 तक और एसी श्रेणी में 40 पार पहुंच गई है। जयपुर से लखनऊ जाने वाली अहमदाबाद-लखनऊ ट्रेन में स्लीपर क्लास में 24 व 25 मार्च की ऑनलाइन बुकिंग बंद हो गई है जबकि एसी श्रेणी में वेटिंग 28 तक पहुंच गई है। मरूधर एक्सप्रेस में भी स्लीपर क्लास में वेटिंग 158 तक पहुंच गई है। अजमेर-जम्मूतवी, जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट समेत कई अन्य प्रमुख ट्रेनों में भी ऐसे ही हाल हैं।
नियमित, द्वि-साप्ताहिक, त्रि-साप्ताहिक ट्रेनों के फुल होने से अब होली पर्व पर घर आने जाने वाले यात्रियों की उम्मीदें होली स्पेशल ट्रेनों पर टिकी हुई हैं, लेकिन जोनल रेलवे ने अभी तक इसकी घोषणा नहीं की है। ट्रेनों में लगातार बढ़ रहे यात्रीभार के मद्देनजर स्पेशल ट्रेनों के संचालन की जरूरत है।
इस संबंध में रेलवे अधिकारियों का कहना है कि त्योहार पर यात्रियों की सहूलियत को लेकर रेलवे ने हिसार-कोयम्बटूर ट्रेन, बीकानेर-दादर ट्रेन, बीकानेर-पुरी ट्रेन, जयपुर-जोधपुर समेत 37 ट्रेनों में अतिरिक्त कोच जोड़े हैं। जिनमें स्लीपर, एसी श्रेणी के कोच शामिल हैं।
ट्रेनों में भीड़भाड़ के चलते लोग हवाई यात्रा का भी विकल्प चुन रहे हैं लेकिन वहां पर उनकी जेब ढीली हो रही है। एयरलाइन कंपनियों के एक प्रतिनिधि के अनुसार जयपुर से पटना का किराया 22 से 25 मार्च तक 12 हजार पार पहुंच गया है। इस दौरान जयपुर से कोलकाता का किराया भी 7 हजार से बढ़कर 15 हजार तक पहुंच गया है। हालांकि जयपुर से कई रूट पर हवाई किराए में अभी ज्यादा अंतर नहीं है।
रेलवे सूत्रों की मानें तो दिवाली से ज्यादा होली पर्व पर रेल यात्रीभार ज्यादा होता है। कारण कि दिवाली पर कामकाज की वजह से कई कारोबारी, नौकरी पेशा, मजदूर कम आवाजाही करते हैं, लेकिन होली पर स्थिति विपरीत है। इसलिए ट्रेनों में लंबी वेटिंग मिल रही है। यहां तक कि तत्काल श्रेणी में भी लोगों को कंफर्म टिकट की बजाय वेटिंग मिलती है।