जोधपुर के मुजम्मिल की दुल्हनियां बनीं उरुज जोधपुर के मुजम्मिल और पाकिस्तान की उरुज फातिमा की कहानी दिल को छू लेने वाली है। उनका निकाह 2 जनवरी 2023 को हुआ, लेकिन दोनों पहली बार 138 दिनों बाद मिले। कोरोना लॉकडाउन ने दोनों को ऑनलाइन मिलने का मौका दिया और उनका रिश्ता शादी तक पहुंच गया। उसके बाद उरुल जोधपुर आ सकी।
कराची की अमीना और जोधपुर का अफजल बने हमसफर जोधपुर के मोहम्मद अफजल के बेटे अरबाज और कराची की अमीना की शादी भी चर्चा में रही। वीज़ा संबंधी समस्याओं के कारण दोनों ने ऑनलाइन निकाह किया। शादी की सभी रस्में वर्चुअल तरीके से निभाई गईं। कराची में बैठी दुल्हन अमीना ने कहा, कबूल है और यह अनोखा निकाह दोनों परिवारों के लिए यादगार बन गया।
पाकिस्तानी दुल्हन बनी टोंक के राजघराने की बहू सिंध प्रांत से ताल्लुक रखने वाली नीता कंवर 2001 में अपनी मां और बहन के साथ जोधपुर आईं। यहां उन्होंने पढ़ाई पूरी की और बाद में टोंक जिले के नटवाड़ा राजघराने के ठाकुर लक्ष्मण करण राठौड़ के पुत्र पुण्य प्रताप करण से 2011 में शादी की। हालांकि उनके माता-पिता को शादी में शामिल होने के लिए वीज़ा नहीं मिला, लेकिन यह रिश्ता दोनों देशों के बीच दोस्ती का प्रतीक बन गया। उनको करीब आठ साल लगे नागरिकता मिलने में।
उन्होंने यहां चुनाव भी जीता है।
हनुमानगढ़ के उदयवीर ने पाकिस्तान की दुल्हन को बनाया हमसफर पाकिस्तान के उमरकोट से ताल्लकु रखने वाले राजपूत परिवारों में साल 2024 दिसम्बर में भी शादी हुई है। सरहद पार के सोनगढ़ ठिकाने के शिवदान सिंह सोढा की पोती नीतू राज की शादी राजस्थान के पीलीबंगा के ठाकुर किशोर शेखावत के बेटे उदयवीर सिंह से हुई है। शादी का रिसेप्शन जयपुर में रखा गया। दूल्हा कांग्रेस परिवार से ताल्लुक रखता है।
बेटी ब्याहने के बाद भारत में ही बसने की ख्वाहिश इसी सप्ताह पाकिस्तान की मीना ने राजस्थान के जैसलमेर में रहने वाले महेन्द्र सिंह भाटी से शादी की है। मीना का परिवार मूल रूप से पाकिस्तान से है। हालांकि उनके पिता और परिवार के लोग पिछले दो साल से जोधपुर में रह रहे हैं। यहां उनके रिश्तेदार पहले ही रहते हैं। पिता का नाम गणपत सिंह सोढ़ा है। उनका कहना है कि अब वे भी राजस्थान में ही बसने की तैयारी में लगे हुए हैं।