इस मौके पाकिस्तानी रेंजर्स ने भी बीएसएफ को मिठाइयां भेंट की। इस पर बीएसएफ ने उन्हें ईद की बधाइयां दी। इससे दोनों देशों के सीमा रक्षकों के बीच पुन: सौहार्दता कायम हुई। ईद के मौके पर दो साल से भी अधिक समय बाद पहली बार भारत ने पाकिस्तान के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए अन्तर्राष्ट्रीय सीमा को तनाव रहित करने की की गई पहल में मिठाईयों का आदान प्रदान दोनों देशों के सीमा रक्षकों ने किया।
पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच सीमा पार सभी प्रकार की बैठकें बंद थी और संवादहीनता बनी हुई थी। ईद के मौके पर भारत एवं पाकिस्तान के सीमा रक्षकों के बीच आपसी भाईचारा एवं सोहार्द बढ़ाने के लिए विभिन्न मौको पर मिठाईयों के आदान प्रदान की पुरानी परंपरा को पुन: शुरूआत हुई। जिसमें पश्चिमी सीमा पर जैसलमेर एवं बाड़मेर सहित अन्य कई सीमावर्ती जिलों की दर्जनों सीमा चौकियों पर मिठाईयों का आदान प्रदान हुअ।
ईद के अवसर पर बाड़मेर सीमा पर बीएसएफ ने गढऱा के प्रसिद्व लड्डू एवं जैसलमेर के प्रसिद्व घोटूवां लड्डू पाकिस्तानी रेन्जर्स को भेंट किये तो पाकिस्तानी रेन्जर्स ने अपनी प्रसिद्व मिठाईयां बीएसएफ को भेंट की। प्राप्त जानकारी के अनुसार जैसलमेर से लगती अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के तनोट, शाहगढ़, किशनगढ़ क्षेत्र में बीएसएफ की 149, 46, 161, 139 आदि कई बटालियन क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर कई सीमा चौकियों पर पाकिस्तानी रेन्जर्स को बीएसएफ ने ईद के अवसर पर मिठाईयां दी और पाकिस्तानी रेन्जर्स ने भी बीएसएफ को मिठाईयां भेंट की।
इसी तरह बाड़मेर सेक्टर के मुनाबाव सीमा के बीएसएफ के महानिदेशक की तरफ से पाकिस्तान के सिन्ध रेन्जर्स एवं पंजाब रेन्जर्स के डायरेक्टर जनरल को मिठाईयां भेट की गई। इसी तरह राजस्थान सहित अन्य पश्चिमी सीमा से लगती पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पचास से ज्यादा सीमा चौकियों पर बीएसएफ के डीआईजी, कमाण्डेंट एवं कंपनी कमांडर की तरफ से उस क्षेत्र की प्रसिद्ध मिठाईयां पाक रेंजर्स के डीडीजी, विंग कमांडर एवं कंपनी कमांडर को भेंट की गई।
बीएसएफ के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भारत एवं पाकिस्तान के सीमा रक्षकों के बीच आपसी संबंधो को और मजबूत एवं मधुर बनाने के लिए दोनो देशों के त्याहारों, स्वतंत्रता दिवस तथा अन्य खास मौके पर मिठाईयों के आदान प्रदान की पुरानी रस्म हैं। इसी कड़ी में ईद के अवसर पर राजस्थान में जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर के साथ बाड़मेर बोर्डर पर मिठाईयों का आदान-प्रदान किया गया। 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा हमले के बाद भारत एवं पाकिस्तान के सीमा रक्षकों के बीच ऐसे मौकों पर मिठाइयां देकर शुभकामना देना बंद हो गया था।