दरअसल, खातीपुरा रेलवे स्टेशन को सैटेलाइट स्टेशन बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इसका निर्माण दिसम्बर तक पूरा हो सकेगा। इसके बाद जयपुर जंक्शन से दिल्ली-आगरा के लिए ट्रेनों का संचालन यहां से किया जाएगा। यहां से संचालित होने वाली ट्रेनों को मेंटीनेंस के लिए जयपुर जंक्शन स्थित कोचिंग डिपो नहीं जाना पड़े, इसलिए रेलवे ने खातीपुरा में ही कोच केयर कॉम्प्लेक्स बनाने का निर्णय किया है।
रेलवे बोर्ड ने हाल में इसके लिए 204.8 करोड़ रुपए की स्वीकृति भी जारी की है। खास बात है कि यह पूरी तरह से विद्युतीकृत होगा। इसे यूनिवर्सल रोलिग स्टॉक डिपो के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां वंदेभारत, मेेमू, डेमू व एचएचबी समेत समस्त प्रकार के कोच की मेंटीनेंस, रिपेयरिंग, वॉशिंग होगी। यहां लिफ्टिंग सुविधा, स्टेबलिंग यार्ड, स्वचालित वॉशिंग प्लांट, कम्प्यूटराइज व्हील प्रोफाइल मेजरमेंट सिस्टम, व्हील प्रोफाइल लेथ समेत कई अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएगी।
जल्द दौड़ेगी मेमू-वंदेभारत
अगले वर्ष अगस्त तक राजस्थान में वंदेभारत ट्रेंन दौड़ती नजर आएंगी। जयपुर से दो ट्रेनें संचालित होगी। संभवत: एक ट्रेन खातीपुरा स्टेशन से चलेगी। इसके अलावा यहां अगले वर्ष तक मेमू ट्रेनों का भी संचालन शुरू होगा। साथ ही आगरा व दिल्ली के लिए कई ट्रेनें भी यहीं से संचालित होगी। लंबी दूरी की ट्रेनों को प्रारम्भिक स्टेशन व अंतिम स्टेशन पर मेंटीनेंस के लिए यार्ड में भेजा जाता है। खातीपुरा में यह सुविधा नहीं था। इसलिए ट्रेनों को जयपुर जंक्शन जाना पड़ता। दूरी और समय की बचत को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। यात्रियों को ट्रेनें समय पर मिलेगी। साथ ही यार्ड पर भी भार कम होगा।
रेलवे ने अचानक दिल्ली से आने वाली ट्रेन की रद्द, यात्री हो रहे परेशान
स्टेशन का कार्य अंतिम चरण में है। जल्द कोच केयर कॉम्प्लेक्स का काम भी शुरू हो जाएगा। खासबात है कि अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह देेश का पहला ग्रीन फील्ड कोच केयर कॉम्प्लेक्स होगा।
-शशि किरण, सीपीआरओ, उत्तर पश्चिम रेलवे