भारतीय जनता पार्टी ने निकाय चुनाव में जीत का दावा किया है। मगर प्रत्याशी चयन में देरी की वजह से पार्टी 395 वार्डों में प्रत्याशी नहीं उतार पाई है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने इसे रणनीति का हिस्सा बताया है। मगर इसके पीछे टिकट चयन में देरी को वजह बताया जा रहा है।
पार्टी ने सभी निकायों पर 14 जनवरी को टिकट तय किए थे, जबकि 15 जनवरी नामांकन का आखिरी दिन था। ऐसे में मतदान और मतगणना से पहले ही भाजपा एक स्टेप पीछे नजर आ रही है। भाजपा मुख्यालय पर पूनियां ने प्रेस वार्ता में बताया कि पार्टी 2637 वार्डों में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। पार्टी रणनीति के तहत 395 वार्डों में प्रत्याशी नहीं खड़े किए गए हैं।
बेरोजगारी और किसान कर्जमाफी रहेंगे मुख्य मुद्दे पूनियां ने कहा कि निकाय चुनाव में कई मुद्दे हैं, जो कांग्रेस को भारी पड़ेंगे। बेरोजगार भत्ता, किसान कर्जमाफी के साथ ही निकायों में ठप पड़े विकास कार्य और भ्रष्टाचार के मुद्दे भी चुनाव में उठाए जाएंगे। पूनिया ने राज्य में शुरू होने जा रही आयुष्मान भारत योजना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार देर आई, लेकिन कितनी दुरूस्त आई है। ये देखने की बात होगी।
भारत के लिए आज का दिन एेतिहासिक पूनियां ने वैक्सीनेशन को लेकर कहा कि आज का दिन भारत के लिए एेतिहासिक दिन है। एक वर्ष में दो स्वदेशी वैक्सीन बनाना बड़ा उपलब्धि है। पूनिया ने वैक्सीन पर संशय और सवाल उठाने को गलत माना और कहा कि वैक्सीन टैस्टेड और ट्रायल्ड है और इसके सुखद परिणाम आएंगे।
राजस्थान में देश में सबसे महंगा पेट्रोल पूनियां ने कहा कि देश में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल राजस्थान में है। सरकार को वैट कम करके आमजन को राहत पहुंचानी चाहिए। उन्होंने संपूर्ण कर्जमाफी को लेकर कहा कि जल्द ही भाजपा इसके लेकर जन आंदोलन चलाएगी, जिसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है।