सवाई मानसिंह अस्पताल की आयुष विभाग में छत की फॉल सीलिंग गिरने के कुछ समय पहले डॉ. सुनीता सैनी ( Dr. Sunita Saini ) वहां अपनी कुर्सी पर बैठी हुई थी। डॉ. सैनी मरीज को दवा देने के लिए अपनी कुर्सी से जैसे ही हटी, उसी समय प्लास्टर आकर गिरा। उनके हटने के 30 सैकंड बाद ही प्लास्टर गिरा। जिससे डॉ. सैनी बाल—बाल बच गई। अगर वह उस समय वहीं खड़ी रहती तो उन्हें हैड इंजरी होने की पूरी संभावना थी।
जर्जर वार्डों में गिर रहे प्लास्टर, मरीज-डॉक्टरों पर खतरा सवाई मानसिंह अस्पताल के मुख्य भवन की हालत नियमित रखरखाव नहीं होने के कारण लगातार जर्जर होती जा रही है। इसमें भी दूसरी मंजिल की हालत तो खराब है। यहां अधिकांश वार्डों, आईसीयू और ऑपरेशन थियेटर तक में दीवारें और छत जर्जर हो चुकी है। हाल ही में यहां दो बड़ी घटनाएं हुई। जिनमे एक घटना मेडिसिन विभाग के एक सीनियर प्रोफेसर के चैंबर में हुई। अचानक उनके नजदीक छत का प्लास्टर आकर गिरा। प्रोफेसर को हल्की चोट आईं। थ्री डी वार्ड में हाल ही में एक मरीज को अस्पताल से छुटटी दी गई थी। उसके कुछ देर बाद ही उसी पलंग पर छत से प्लास्टर का बड़ा हिस्सा गिरा। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने वार्ड को असुरक्षित बता खाली करवा लिया है।
जलता पंखा नीचे गिरा, बंद थी लैब, हादसा टला
सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज की पैथोलोजी लैब में 11 जुलाई की रात को पंखे में अचानक आग लगने के बाद जलता हुआ पंखा नीचे गिर गया। हालांकि इस दौरान लैब बंद थी और वहां कोई नहीं था। लैब में इस हादसे के बाद अंदर धुआं भर गया। इसकी जानकारी गार्ड को मिली तो लैब को खुलवाकर आग बुझाई गई।
सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज की पैथोलोजी लैब में 11 जुलाई की रात को पंखे में अचानक आग लगने के बाद जलता हुआ पंखा नीचे गिर गया। हालांकि इस दौरान लैब बंद थी और वहां कोई नहीं था। लैब में इस हादसे के बाद अंदर धुआं भर गया। इसकी जानकारी गार्ड को मिली तो लैब को खुलवाकर आग बुझाई गई।