पुलिस कमिश्नर जोसफ ने बताया कि बाल सुधार गृह से रात आठ बजे सूचना मिली थी कि बीस बच्चे दीवार में छेद करके भाग गए। दो बच्चों को पकड़ लिया है। हालांकि अभी भी फरार 18 बच्चों की तलाश की जा रही है। भागे हुए बच्चों में अधिकतर वह बच्चे भी शामिल है जो 12 फरवरी को भाग गए थे। पुलिस बस अड्डा, रेल्वे स्टेशन सहित अन्य जगहों पर बच्चों की तलाश कर रही है। पुलिस आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाल रही है ताकि वह किस दिशा में भागे है।
पुलिस ने भागे हुए बच्चों के घर पर मैसेज भिजवाया है। कि अगर कोई बच्चा उनके पास पहुंचता है तो वह पुलिस को सुपुर्द करे। 12 फरवरी को भी 23 बच्चे लोहे की खिड़की कटर से काटकर फरार हो गए थे।
यशस्वी सरपंच अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहें हैं गांवों के सरपंच, 6 मार्च तक ही करवा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
संप्रेक्षण गृह में सुरक्षा व्यवस्था लंबे समय से खराब है। निजी सुरक्षा गार्ड सुरक्षा नहीं कर पा रहे है। गार्ड जिस समय व्यस्त थे उसी दौरान फायदा उठाकर बच्चे भाग गए। जिस तरह से बच्चे भागे है उससे ऐसा लग रहा है कि वह पहले से तैयारी में लगे थे।
बाल सम्प्रेक्षण गृह में कानूनी रूप से पुलिस तैनात नहीं हो सकती है। सम्प्रेक्षण गृह के चारों तरफ कॉरिडोर बने, जिसकी ऊंची दीवार पर तारबंदी होनी चाहिए। कॉरिडोर में संदिग्ध गतिविधि नजर आने पर पुलिस को तुरंत सूचना देनी चाहिए।
5 मार्च 2024 —-20
12 फरवरी 2024 —- 23
28 जून 2023 ——- 15
16 सितम्बर 2023 —- 03
14 दिसम्बर 2022 —- 06
03 नवम्बर 2017 —- 09
8 दिसम्बर 2016 —– 15
12 नवम्बर 2016 —– 17