मौसम विभाग ने एक बार फिर से 25 और 26 सितंबर से प्रदेश में मानसून सक्रिय होने की संभावना जताई है। हालांकि अभी तक हुई बारिश के बाद किसानों को नुकसान हुआ है। खेतों में पड़ी हुई बाजरे की फसल खराब हो गई है।
26 सितंबर तक मानसून का असर रहेगा, लेकिन इसके बाद राजस्थान में शुष्क मौसम की वापसी राजस्थान में मानसून का असर 26 सितंबर तक रहेगा, लेकिन इसके बाद राज्य में शुष्क मौसम की वापसी हो जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार, 24 घंटे के दौरान जैसलमेर से होकर गुजरात से राज्य के कुछ इलाकों में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है। हल्की बारिश के कारण तापमान में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं आएगा।
हवा की दिशा पश्चिम राजस्थान और पाकिस्तान के आसपास अब बदलने लगी है। इस कारण मानसून का असर कम हो रहा है। हालांकि, 25 व 26 सितंबर को भी मानसून का असर रहेगा, लेकिन इसके बाद मानसून पूरी तरह से राजस्थान से विदाई ले लेगा।
राजस्थान के बड़े हिस्से में कम बारिश नहीं होने के कारण फसलों में भी नुकसान देखा गया है। अलवर, भरतपुर, सीकर, झुंझुनू सहित कई जिलों में खरीफ फसलों की बुवाई नहीं हो सकी है। बारिश नहीं होने के कारण कई जिलों में किसानों को अपनी फसलों को बर्बाद करना पड़ा है।
इस साल मानसून ने अच्छी बारिश
राजस्थान में इस साल मानसून ने अच्छी बारिश की है, जिससे बांधों में पानी की अच्छी आवक हुई है। राज्य के कुल 688 बांधों में 75 प्रतिशत से अधिक पानी की आवक हुई है। बांसवाड़ा, कोटा और जयपुर क्षेत्रों में सबसे अधिक बांधों में पानी की आवक हुई है। 22 प्रमुख बांधों में से 15 बांध लबालब हो चुके हैं। इस कारण से, प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोगों को पानी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
राजस्थान में इस साल मानसून ने अच्छी बारिश की है, जिससे बांधों में पानी की अच्छी आवक हुई है। राज्य के कुल 688 बांधों में 75 प्रतिशत से अधिक पानी की आवक हुई है। बांसवाड़ा, कोटा और जयपुर क्षेत्रों में सबसे अधिक बांधों में पानी की आवक हुई है। 22 प्रमुख बांधों में से 15 बांध लबालब हो चुके हैं। इस कारण से, प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोगों को पानी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
राजस्थान के उत्तरी हिस्से में सोमवार देर शाम तूफानी बारिश देखने को मिली। इससे पहले राजस्थान के कई इलाको में सोमवार देर शाम भरी बारिश देखने को मिली। हनुमानगढ़ में कई जगहों पर 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। तेज बारिश से पुरे शहर में जगह-जगह पानी भर गया। हनुमानगढ़ के अलावा गंगानगर, चूरू, बीकानेर में भी ऐसा ही मौसम रहा।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक आज भी 13 से अधिक जिलों में बरसात होने के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक आज भी राजस्थान के 13 से अधिक जिलों में बरसात होने के आसार हैं। संभावना है कि जो परिस्थितियां बन रही हैं उनके अनुसार 26 सितंबर के बार राज्य में मौसम साफ होने लगेगा। एक-दो दिन बाद मानसून की अब विदाई शुरू हो जाएगी ।
हवाओं की दिशा बदलना शुरू
जयपुर मौसम केन्द्र से जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, राजस्थान के पश्चिमी भागों में हवाओं की दिशा बदलना शुरू हो गई है। उत्तर-पश्चिमी दिशा से हवा का बहाव शुरू हो गया है, जो मानसून की विदाई की स्थिति के लिए अनुकूल है। संभावना है कि आज से प्रदेश में मानसून की विदाई शुरू हो सकती है और राज्य के पश्चिमी भागों से मानसून जा सकता है। जिलेवार स्थिति की बात करें तो हनुमानगढ़, अलवर, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, सवाई माधोपुर और टोंक ऐसे जिले हैं, जहां सामान्य से कम बारिश हुई है।
जयपुर मौसम केन्द्र से जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, राजस्थान के पश्चिमी भागों में हवाओं की दिशा बदलना शुरू हो गई है। उत्तर-पश्चिमी दिशा से हवा का बहाव शुरू हो गया है, जो मानसून की विदाई की स्थिति के लिए अनुकूल है। संभावना है कि आज से प्रदेश में मानसून की विदाई शुरू हो सकती है और राज्य के पश्चिमी भागों से मानसून जा सकता है। जिलेवार स्थिति की बात करें तो हनुमानगढ़, अलवर, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, सवाई माधोपुर और टोंक ऐसे जिले हैं, जहां सामान्य से कम बारिश हुई है।