सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि अवैध खनन का सीधा संबंध गुंडागर्दी से है और यह शासन के संरक्षण के बिना संभव नहीं है। साधु के आत्मदाह के प्रयास के बाद आपने पीसी कर जिला कलेक्टर व जिला प्रशासन को खनन माफिा को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई के निर्देश प्रदान किए हैं। इस पीसी में खनिज मंत्री भी आपके साथ थे। उन्होंने आगे लिखा कि हाड़ौती की एक कहावत है ‘कांख में छोरा गांव में ढिंढोरा’। प्रदेश के सबसे बड़े खनन माफिया तो खनन मंत्री हैं। इनके द्वारा अवैध खनन का अपने जिले में रिकॉर्ड कायम किया गया है। बारां जिले में छांट-छांटकर भ्रष्ट अधिकारियों को उच्च पदों पर मंत्री द्वारा नियुक्त किा जाता है। जंगल, जमीन, नदी नालों पर अवैध खनन करवाकर भ्रष्टाचार मचा रखा है। बारां जिले में अवैध खनने के कारण कई लोग मरे हैं। सरकार को खनन मंत्र को बर्खास्त करना चाहिए। अंत में भरत सिंह ने लिखा है कि आपको सोरसन एवं गोडावन संरक्षण पर मैं अनेक बार पत्र लिख चुका हूं।