इसके बावजूद जयपुर शहर के 9 सहित प्रदेश के 19 अस्पतालों ने यह प्रणाली लागू नहीं की। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि इन अस्पतालों से संबंधित मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्यों को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा गया है। निरीक्षण के दौरान चिकित्सा मंत्री और मुख्य सचिव सहित अन्य अधिकारियों ने मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित (क्यूआर कोड) साफ-सफाई व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद जयपुर शहर के 9 सहित प्रदेश के 19 अस्पतालों ने यह प्रणाली लागू नहीं की।
जयपुर के ये अस्पताल
– राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का संघटक अस्पताल आरयूएचएस, जयपुरिया अस्पताल और डेंटल कॉलेज अस्पताल
– सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज से संबंद्ध गणगौरी, टीबी अस्पताल, राज्य कैंसर संस्थान, आइडीएच अस्पताल, एसआर गोयल राजकीय अस्पताल सेठी कॉलोनी, सैटेलाइट अस्पताल बनीपार्क और सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक
प्रदेश के ये अस्पताल – अजमेर : जेएलएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल – बीकानेर : सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर से संबंद्ध गंगाशहर सैटेलाइट हॉस्पिटल, एसडीएम राजकीय जिला अस्पताल, टीबी एंड चेस्ट हॉस्पिटल, मनोचिकित्सा केन्द्र
– डूंगरपुर : मेडिकल कॉलेज अस्पताल
– डूंगरपुर : मेडिकल कॉलेज अस्पताल
– जोधपुर : सम्पूर्णानंद मेडिकल कॉलेज जोधपुर से संबंद्ध सैटेलाइट अस्पताल चौपासनी हाउसिंग बोर्ड, जिला अस्पताल प्रतापनगर
– सीकर : मेडिकल कॉलेज से संबंद्ध राजकीय एसके जिला अस्पताल, एमसीएच हॉस्पिटल – जयपुर के 9 अस्पताल
– सीकर : मेडिकल कॉलेज से संबंद्ध राजकीय एसके जिला अस्पताल, एमसीएच हॉस्पिटल – जयपुर के 9 अस्पताल
– प्रदेश के 8 मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्यों को नोटिस