दरअसल, राजधानी के गांधीनगर, बजाज नगर, राजापार्क, मालवीय नगर, गोपालपुरा, वैशाली नगर, मानसरोवर, चित्रकूट, जगतपुरा समेत कई इलाकों में स्कूल, कॉलेज व कोचिंग संस्थानों के आसपास चाय की दुकानों, कैफे, डेयरी बूथों पर कुछ ब्रांडेड कंपनियों के सस्ते एनर्जी ड्रिंक खुले आम बेचे जा रहे हैं। कंपनियों के द्वारा उनके सेवन से एनर्जी मिलने के गलत प्रचार प्रसार से बच्चे, युवा अनजाने में नशे के आदी बन रहे हैं। इसकी दो बोतल यानी 500 एमएल से ज्यादा सेवन करना बेहद नुकसानदायक है, क्योंकि एक बोतल में 0.03 प्रतिशत यानी 72 मिलीग्राम कैफीन पाया जाता है। यह जानकारी बोतल पर अंकित है फिर भी अनदेखी हो रही है।
विशेषज्ञ बोले, बच्चों पर नजर रखें परिजन
इस मामले में स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कैफीन के नशे की लत बच्चे व युवा पड़ जाए तो उसे छोड़ पाना बहुत मुश्किल होता है। यह शरीर पर कई तरह के दुष्प्रभाव डाल सकती है। बच्चों को ऐसे ड्रिंक्स से दूर रखने का सबसे बेहतर उपाय है कि अभिभावक खुद इनसे दूरी बनाए रखें। वे ऐसी चीजों को घर में न लाएं। अगर अभिभावक ऐसी चीजों से परहेज करेंगे तो बच्चों में भी इसकी लत नहीं लगेगी। प्यार-दुलार में बच्चों को ऐसी चीजें खरीदकर न दें।