एसएमएस ओपीडी 9 हजार पार
एसएमएस में फिलहाल कोई भी कोरोना मरीज भर्ती नहीं है। दूसरी लहर के दौरान कोरोना मरीजों का भार देखते हुए, संक्रमण के डर से यहां पर ओपीडी में हर दिन 100 से 150 मरीज ही पहुंच रहे थे। अब यहां हर दिन आठ से नौ हजार मरीज ओपीडी पहुंच रहे हैं। इनडोर पेशेंट की संख्या भी फिर बढ़ने लगी है। हालांकि यहां अभी 5 से 6 वार्ड ऐसे हैं, जहां पर 250 ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चल रहा है।
एसएमएस में फिलहाल कोई भी कोरोना मरीज भर्ती नहीं है। दूसरी लहर के दौरान कोरोना मरीजों का भार देखते हुए, संक्रमण के डर से यहां पर ओपीडी में हर दिन 100 से 150 मरीज ही पहुंच रहे थे। अब यहां हर दिन आठ से नौ हजार मरीज ओपीडी पहुंच रहे हैं। इनडोर पेशेंट की संख्या भी फिर बढ़ने लगी है। हालांकि यहां अभी 5 से 6 वार्ड ऐसे हैं, जहां पर 250 ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चल रहा है।
इनका कहना है
अब अन्य बीमारियों के मरीज बड़ी संख्या में एसएमएस पहुंच रहे हैं। 9 हजार से ज्यादा की ओपीडी चल रही है। इनडोर पेशेंट भी बढ़ रहे हैं। कोरोना के डर से अन्य बीमारियों के मरीज इलाज करवाने में डर रहे थे, अब यह डर कम हुआ है।
डॉ. राजेश शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल
अब अन्य बीमारियों के मरीज बड़ी संख्या में एसएमएस पहुंच रहे हैं। 9 हजार से ज्यादा की ओपीडी चल रही है। इनडोर पेशेंट भी बढ़ रहे हैं। कोरोना के डर से अन्य बीमारियों के मरीज इलाज करवाने में डर रहे थे, अब यह डर कम हुआ है।
डॉ. राजेश शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल
आज से नॉन कोविड सेवाएं फिर से सुचारू हो गई हैं। पहले ही दिन 3 मरीजों की सर्जरी भी की गई। अब वैक्सीनेशन केंद्र पर भी लाभार्थी बड़ी संख्या में आ रहे हैं। आईपीडी में भी मरीज आने लगे हैं।
डॉ. एसएस राणावत, अधीक्षक, जयपुरिया अस्पताल
डॉ. एसएस राणावत, अधीक्षक, जयपुरिया अस्पताल