सबसे पहले गणेश वंदन
पदभार संभालने से पहले सुधांश पंत ने सचिवालय पहुंचकर सबसे पहले मुख्य द्वार पर स्थापित श्री गणेश भगवान की प्रतिमा को नमन किया। गणेश वंदना के बाद वे अपना दायित्व संभालने के लिए सीधे अपने कक्ष में दाखिल हुए।
लगन-निष्ठा से करेंगे जनहित के काम : पंत
नए सीएस सुधांश पंत ने पदभार ग्रहण के मौके पर मीडिया से बातचीत की और अपनी प्राथमिकताएं बताईं। उन्होंने सबसे पहले नए साल की शुभकामनाएं देने के साथ ही नई ज़िम्मेदारी के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताया। पंत ने कहा कि राज्य के लोगों को राहत मिल सके, इसे ध्यान में रखते हुए पूरी लगन और निष्ठा से काम करेंगे और फैसले लेंगे।
पंत ने कहा कि प्रधानमंत्री के विकसित भारत की कल्पना साकार की जाने की पूरी कोशिश रहेगी। साथ ही वित्त विभाग के अधिकारियों से चर्चा करके वित्तीय स्थिति मजबूत करने पर काम होगा। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि केंद्र से तालमेल अच्छा रहेगा और राज्य को पूरा सहयोग मिलता रहेगा।
महर्षि-शर्मा के बाद अब पंत की बारी
केंद्र सरकार में महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी संभालने के बीच राज्य में मुख्य सचिव बनाए जाने का सिलसिला जारी है। पूर्व में राजीव महर्षि और उषा शर्मा के बाद अब सुधांश पंत तीसरे ऐसे सीएस हैं जो केंद्र में प्रतिनियुक्ति बीच में छोड़कर मुख्य सचिव बने हैं। राजस्थान कैडर के 1991 बैच की आईएएस ऑफिसर सुधांश पंत का सीएस कार्यकाल लगभग 3 साल 2 माह तक रहने वाला है।
इससे पहले केंद्रीय सचिव रहे राजीव महर्षि जहां वर्ष 2013 से वर्ष 2014 तक करीब 11 महीने मुख्य सचिव रहकर फिर दिल्ली चले गए, तो वहीं उषा शर्मा ने केंद्र में प्रतिनियुक्ति बीच में छोड़कर 31 जनवरी 2022 को सीएस पद संभाला था। पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने जून 2023 में उनका कार्यकाल 6 महीने बढ़ाया था। अब केंद्र प्रतिनियुक्ति बीच में छोड़कर सुधांश पंत भी सीएस बन गए हैं।
45 वें सीएस बने पंत, जानें अब तक का इतिहास
सुधांश पंत प्रदेश के 45वें मुख्य सचिव बन गए हैं। गौरतलब है कि प्रदेश के सबसे पहले सीएस बनने का गौरव के. राधाकृष्णन (13 अप्रेल 1949 से 2 मई 1950) को हासिल है। जबकि भगवत सिंह मेहता सबसे लंबे कार्यकाल (9 मई 1958 से 26 सितंबर 1964 तक) लगभग 6 वर्ष 4 महीने मुख्य सचिव रह चुके हैं।प्रदेश की पहली महिमा मुख्य सचिव का ज़िम्मा कुशाल सिंह ने 27 फरवरी 2009 से 31 अक्टूबर 2009 तक संभाला था। इसी तरह से सबसे कम समय के सीएस का कार्यकाल राजीव स्वरुप का रहा, जिन्होंने 2 जुलाई 2020 से लेकर 31 अक्टूबर 2020 तक ही लगभग 4 महीने तक ही सेवाएं दीं।