टोंक जिले में ही देवली उनियारा सीट पर उपचुनाव के दौरान वोटिंग के समय निर्दलीय प्रत्याशी
नरेश मीणा ने मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारा था। इसके बाद समरावता गांव में जमकर बवाल हुआ था। उक्त जिले की कमान सौम्या झा के हाथ में है, ऐसे में वो सुर्खियों में है। वहीं, उनके पति के बारे में खूब चर्चा हो रही है।
बता दें कि पिछले दिनों अक्षय गोदारा का 18 दिन में तीन बार ट्रांसफर हुआ था, जिसके कारण भी वो काफी चर्चा में रहे थे। अक्षय गोदारा को पिछले साल 15 मई को अजमेर विकास प्राधिकरण से जयपुर हेरिटेज निगम आयुक्त लगाया गया था। लेकिन, तीन दिन बाद ही वाणिज्य कर विभाग में अतिरिक्त आयुक्त लगा दिया था। इसके बाद 2 जून को ट्रांसफर करके कार्मिक विभाग में संयुक्त सचिव बनाया गया। ऐसे में मात्र 18 दिन में उनका तीन बार ट्रांसफर हुआ था। लेकिन, ऐसे में एक बार फिर वो सुर्खियों में है।
IAS Akshay Godara Profile story: कौन है अक्षय गोदारा?
अक्षय गोदारा राजस्थान के ही रहने वाले हैं। पाली जिले के भाखरीवाला गांव के रहने अक्षय ने मुंबई आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। इसके बाद पहले ही प्रयास में यूपीएससी में सफलता हासिल की। वे 603वीं रैंक हासिल कर आईपीएस बने। लेकिन, दूसरे प्रयास में 2017 में 40वीं रैंक हासिल करके आईएएस बन और उन्हें राजस्थान कैडर मिला।
अक्षय गोदारा ने भरतपुर में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में प्रशासनिक सेवा की शुरुआत की। फिर 2019 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, नई दिल्ली में सहायक सचिव रहे। इसके बाद अजमेर, मावली और झाड़ोल में एसडीएम रहे। वे अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त भी रहे। वर्तमान में वे बूंदी जिले के कलक्टर हैं और जिला कलेक्टर के रूप में यह उनकी पहली पोस्टिंग है।
IAS Saumya Jha Profile story: कौन है सौम्या झा?
बिहार की रहने वाली सौम्या झा ने यूपीएससी परीक्षा में 58वीं रैंक हासिल की थी। वे हिमाचल प्रदेश कैडर 2017 बैच की आईएएस हैं। चार साल पहले ही उनका कैडर बदला गया और वे राजस्थान आ गई। उन्होंने आईएएस अक्षय गोदारा से शादी करने के लिए अपना कैडर बदलवाया। सौम्या ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी में सफलता हासिल की। वर्तमान में सौम्या झा टोंक कलक्टर है। पति अक्षय गोदारा की तरह की आईएएस सौम्या झा की कलक्टर के रूप में पहली पोस्टिंग है।
ससे पहले सौम्या ने राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद, जयपुर में मुख्य कार्यकारी अधिकारी की भूमिका निभाई। सौम्या झा गिरवा (उदयपुर) में उपखंड अधिकारी और उपखंड मजिस्ट्रेट रह चुकी हैं। साथ ही मुख्य कार्यकारी अधिकारी-सह-एडीपीसी, ईजीएस और पदेन मुख्य परियोजना अधिकारी (माडा), टोंक के पद पर तैनात रह चुकी हैं।