mineral exploration: बांसवाड़ा व राजसमंद में मैगनीज के विशाल भण्डार
जयपुर। जियोलोजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया व माइंस व जियोलॉजी विभागीय के खनिज खोज कार्य की आरंभिक रिपोर्ट के अनुसार राज्य के बांसवाड़ा व राजसमंद में मैगनीज के विशाल भण्डार मिले हैं, वहीं नागौर गंगानगर बेसिन के बीकानेर हनुमानगढ़ जिले के सतीपुरा, जैतपुरा, भारुसरी और लखासर में 2400 मिलियन टन पोटाश के भण्डार संभावित है। पोटाश क्षेत्र में एमईसीएल से त्रिपक्षीय एमओयू कर व्यावहार्यता अध्ययन कराया जा रहा है वहीं इस बेल्ट में पोटाश खोज कार्य जारी है।
अतिरिक्तमुख्य सचिव माइंस व पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि जीएसआई द्वारा नागौर-गंगानगर बेसिन में पोटश के किए गए एक्सप्लोरेशन के परिणाम के आधार पर केन्द्र सरकार को पोटाश की रॉयल्टी व बिक्री दर तय करने के लिए लिखा गया है। उन्होंने बताया कि देश में पोटाश के भण्डार राजस्थान में ही मिले हैं और नागौर गंगानगर बेसिन में नए क्षेत्रों में पोटाश का खोज कार्य जारी रखने व व्यावहार्यता अध्ययन का कार्य साथ साथ किया जा रहा है। जीएसआई द्वारा एक्सप्लोर किए गए क्षेत्र में ब्लॉक्स बनाने और खनन हेतु नीलामी की आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। एक अनुमान के अनुसार पोटाश माना जा रहा है कि देश की पोटाश की आवश्यकता की पूर्ति इस बेसिन हो सकेगी और पोटाश की आयात की निर्भरता नहीं रहेगी। इस बेल्ट में आधुनिकतम माइनिंग तकनीक सोल्यूशन माइनिंग तकनीक से पोटाश का खनन किया जाएगा।
बांसवाड़ा जिले में घाटोल क्षेत्र में कालाखूंटा, तामेसरा और रुपाखेडी सहित करीब 24 वर्ग किलामीटर बेल्ट में मैगनीज के विशाल भण्डार खोजे गए हैं। इससे जुड़ी कालाखूंटा में तो मैगनीज की खान में खनन कार्य हो रहा है। इसमें 2 लाख 12 हजार टन मैगनीज के भण्डार संभावित है। इस क्षेत्र में जीएसआई और राज्य सरकार के माइंस व जियोलिजी विभाग द्वारा खोज कार्य जारी है। इसके अलावा राजसमंद में भी मैगनीज के भण्डार उपलब्ध है। बीकानेर के छोटी व बड़ी नाल में करीेब 500 हैक्टेयर एरिया मेें बॉल क्ले और सिलिकोन उपलब्ध है। इस क्षेत्र में ब्लॉक बनाकर कर ऑक्शन में आ रही बाधाओं को दूर किया जाएगा।