फाल्गुन महीने में जहां होली की धमाल के बीच फाग के रंग बिखरेंगे, वहीं फूलों की बरसात फागोत्सव का उल्लास बिखेरेगी। जयपुर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में करीब 20 दिन फाग के रंग नजर आएंगे। वहीं खाटू श्यामजी के भक्त श्याम निशान लिए जयपुर से पैदल रवाना होंगे। श्याम प्रभु के भजनों के बीच फाग के गीत भक्तों का उत्साह बढ़ाते नजर आएंगे।
ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री ने बताया कि हिन्दू पंचांग का आखिरी महीना फाल्गुन होता है। बसंत ऋतु का दूसरा महीना होने से यह आनंद और उल्लास का महीना माना जाता है। इस बीच महाशिवरात्रि, होली जैसे बड़े त्योहार आएंगे, वहीं फुलेरा दोज का अबूझ मुहूर्त भी रहेगा।
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गोविंददेवजी के दरबार बिखरेंगे फाग के रंग
शहर के आराध्य गोविंददेव जी मंदिर में 15 फरवरी से फागोत्सव का उल्लास नजर आएगा। 15 फरवरी से 5 मार्च तक फागोत्सव में होली के रंग बिखरेंगे। इस बीच 15 से 26 फरवरी तक रोजाना रचना झांकी के दर्शन होंगे, ठाकुरजी के दोपहर 12.30 से 12.25 बजे तक रचना झांकी सजेगी। फागोत्सव में 27 फरवरी से 2 मार्च तक होलिकोत्सव मनाया जाएगा, इसमें ठाकुरजी के समक्ष फाग के रंग बिखरेंगे, होली के गीतों की धमाल नजर आएगी। मंदिर में बरसाने की लट्ठमार होली भी साकार होगी। 3 से 4 मार्च तक पुष्प फागोत्सव का आयोजन होगा। पुष्प फाग और होली पद भजनामृत वर्षा अनुष्ठान के कार्यक्रम होंगे। होली पद का विशेष कार्यक्रम 5 मार्च को होगा। कोलकाता के मालीराम शास्त्री दोपहर एक से शाम 4:30 बजे तक भजनों की स्वर लहरियां बिखरेंगे। 6 मार्च को मंदिर में गुलाल होली का आयोजन होगा।