यह भी पढें : जयपुर में अब लाठी रामपुरी नहीं, केवल बंदूक की गोली से बात पुलिस ने बताया कि हिट एन रन का शिकार कांची उर्फ पाचू देवी (28) पत्नी राणाराम जोगी निवासी इन्द्रा कॉलोनी सांचौर हुई। तीन वर्ष पहले राणाराम उसे छोड़कर चला गया था। इसके बाद कांची अपने तीन बच्चों के साथ भाई लूणाराम के परिवार के साथ रहने लगी। सुशीलपुरा में फुटपाथ पर रहकर परिवार दहशरा पर्व के लिए रावण के पुतले बनाने का काम कर रहा था।
यह भी पढें : देश में दूसरे नंबर पर है राजस्थान, जहां लगी इंटरनेट पर सर्वाधिक पाबंदी पुतले भीग ना जाएं, इसलिए उठी थीं भाई ने बताया कि
शनिवार देर रात हल्की बारिश होने पर कांची उठी और रावण के पुतलों के भीगने की आशंका पर उन्हें सड़क के दूसरी तरफ सुरक्षित रखने लगी। ये पुतले उनकी रोजी रोटी का सहारा था। तभी तेज रफ्तार कार ने कांची को अपनी चपेट में ले लिया।
यह भी पढें : रामगंज उपद्रव : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, मौत से पहले भरत के साथ हुई थी मारपीट पत्रिका बना सहारा, ये बने मददगार मुर्दाघर के बाहर कांची के भाई के पास शव ले जाने तक के रुपए नहीं थे। गरीब परिवार रोज मजदूरी कर दो जून रोटी का जुगाड़ कर रहा था। राजस्थान पत्रिका टीम को इसकी जानकारी मिली। पत्रिका टीम ने कुछ समाजसेवियों से संपर्क साधा और कांची के शव को उसके गांव सांचौर तक पहुंचाने और कुछ आर्थिक मदद भी करवाई। दुर्घटना दक्षिण थाना प्रभारी गोविंदराम और अन्य सभी पुलिसकर्मियों ने मानवता का संदेश देते हुए कांची के भाई को 10000 रुपए दिए। नंदपुरी व्यापार मंडल के अध्यक्ष नरेन्द्र मारवाल, गो सेवा संस्था, राकेश जोशी और चन्द्रप्रकाश जोशी, पार्षद धर्म सिंह सिंघानिया ने आर्थिक सहायता राशि दी। तब कहीं जाकर शव को सांचौर अंत्येष्टि के लिए भिजवाया गया।